निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि अपने ही दिए फैसले में अमल करने में इतना समय क्यों लग रहा है? जो हमारी कानून व्यवस्था है उसमें जो मुजरिम चाहता है वो ही होता है। ये हमारे सिस्टम की नकामी दिखाता है, पूरा समाज, पूरी दुनिया देख रही है। इंसाफ से ज्यादा मुजरिमों का समर्थन होता है।
राष्ट्रीय राजधानी में 2012 में हुए सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड की पीड़िता निर्भया की मां आशा देवी ने मामले के चार दोषियों को दी जाने वाली फांसी अगले आदेश तक टाले जाने के बाद सोमवार को कहा कि दोषी भले ही कुछ भी कर लें, उन्हें उनके अपराध के लिए फांसी दी जाएगी।
आशा देवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह हमारी व्यवस्था की नाकामी को दर्शाता है। पूरी दुनिया देख रही है कि भारत में कैसे न्याय में देरी की जा रही है।’’ दोषियों की फांसी तीसरी बार टाली गई है। उन्होंने कहा कि वह ‘‘हर दिन उम्मीद खोती हैं’’ लेकिन दोषी कुछ भी करें, उन्हें फांसी होकर रहेगी।
आशा देवी ने कहा, ‘‘मैं हर रोज उम्मीद खोती हूं लेकिन हर रोज फिर खड़ी हो जाती हूं। उन्हें फांसी पर लटकना ही होगा। निर्भया मामले से भयावह और कुछ नहीं हो सकता, लेकिन फिर भी मैं न्याय के लिए संघर्ष कर रही हूं।’’ दिल्ली की एक अदालत ने चार दोषियों की फांसी सोमवार को अगले आदेश तक के लिए टाल दी।
चारों दोषियों को मंगलवार को सुबह छह बजे फांसी दी जानी थी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने कहा कि जब दोषी पवन कुमार गुप्ता की दया याचिका लंबित है, ऐसे में फांसी की सजा पर तामील नहीं की जा सकती।
अदालत ने यह आदेश पवन की उस अर्जी पर दिया जिसमें उसने फांसी पर रोक लगाने का अनुरोध किया था क्योंकि उसने राष्ट्रपति के समक्ष सोमवार को एक दया याचिका दायर की है। अदालत का यह आदेश आने से पहले निर्भया की मां ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘ये लोग न्यायालय को गुमराह कर रहे हैं। मुझे भारत की न्याय प्रणाली पर भरोसा है और हमें अब भी इस बात का विश्वास है कि उन्हें कल (मंगलवार को) फांसी दे दी जाएगी।’’
Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: Why is the court taking so much time to execute its own order to hang the convicts? Repeated postponing of the execution shows the failure of our system. Our entire system supports criminals. pic.twitter.com/JFmU1qSU46
— ANI (@ANI) March 2, 2020