अदालत ने प्रख्यात उड़िया साहित्यकार की जीवनी प्रकाशित करने पर रोक लगायी

By भाषा | Updated: December 25, 2021 11:22 IST2021-12-25T11:22:51+5:302021-12-25T11:22:51+5:30

Court bans publication of biography of eminent Oriya litterateur | अदालत ने प्रख्यात उड़िया साहित्यकार की जीवनी प्रकाशित करने पर रोक लगायी

अदालत ने प्रख्यात उड़िया साहित्यकार की जीवनी प्रकाशित करने पर रोक लगायी

कटक (ओडिशा), 25 दिसंबर ओडिशा की एक अदालत ने दो लेखकों को दिग्गज उड़िया साहित्यकार फकीर मोहन सेनापति की जीवनी प्रकाशित करने से रोक दिया है। साहित्यकार की नातिन ने दावा किया कि इस जीवनी के लिए उनसे सलाह-मशविरा नहीं किया गया।

सेनापति की नातिन मीनाक्षी दत्ता की याचिका पर यह आदेश आया है। वह सेनापति की सभी साहित्यिक रचनाओं की संरक्षक हैं।

दत्ता ने देबी प्रसन्न पटनायक और लालतेंदु मोहपात्र को ‘मो जीवनी’ प्रकाशित करने से स्थायी रूप से रोकने के लिए अगस्त में अदालत का रुख किया था। हालांकि, उन्होंने दोनों लेखकों के साथ एक समझौता ज्ञापन किया था लेकिन अब वह इस परियोजना को जारी रखने की इच्छुक नहीं हैं। दत्ता ने आरोप लगाया कि वे उनसे पूछे बिना एकतरफा फैसले ले रहे हैं।

सेनापति को आधुनिक उड़िया साहित्य का जनक कहा जाता है। उनका 75 वर्ष की आयु में 1918 में निधन हो गया था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Court bans publication of biography of eminent Oriya litterateur

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे