पीएसएलवी-सी45 मिशन के लिए उलटी गिनती शुरू, अब दुश्मन पर रहेगी नजर
By भाषा | Published: March 31, 2019 02:55 PM2019-03-31T14:55:45+5:302019-03-31T14:55:45+5:30
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि प्रक्षेपण की उलटी गिनती सुबह छह बजकर 27 मिनट पर शुरू हो गई थी।
श्रीहरिकोटा से भारत के एमिसैट (ईएमआईएसएटी) उपग्रह को प्रक्षेपित करने के लिए रविवार को 27 घंटों की उलटी गिनती शुरू हो गई। सोमवार को एमिसैट के साथ ही 28 विदेशी नैनो उपग्रह भी प्रक्षेपित किए जाएंगे।
इस मिशन के तहत पहली बार इसरो पृथ्वी की तीन कक्षाओं में उपग्रह स्थापित कर अंतरिक्ष संबंधी प्रयोग करेगा।
एमिसैट उपग्रह का मकसद विद्युतचुंबकीय माप लेना है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि प्रक्षेपण की उलटी गिनती सुबह छह बजकर 27 मिनट पर शुरू हो गई थी।
एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि चार चरणों वाला पीएसएलवी-सी45 श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्चपैड से सोमवार का सुबह नौ बजकर 27 मिनट पर प्रक्षेपित किया जाएगा।
🇮🇳 #ISROMissions 🇮🇳
— ISRO (@isro) March 30, 2019
An evening in Sriharikota! All set for the launch of #PSLVC45 from the Satish Dhawan Space Centre on April 1 at 09:30 am (IST). On board #EMISAT & 28 foreign satellites. Our updates will continue.
Photo: Dhayalan V, SDSC pic.twitter.com/0u3OjDTBjS
इस मिशन के जरिए अंतरिक्ष एजेंसी के हिस्से में कई पहली चीजों का श्रेय आएगा जहां वह विभिन्न कक्षाओं में उपग्रह स्थापित करेगी और समुद्री उपग्रह अनुप्रयोगों समेत कई अन्य पर कक्षीय प्रयोग करेगी।