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कोरोना वायरसः 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगेगा टीका, CoWIN पोर्टल पर कराएं रजिस्ट्रेशन 

By एसके गुप्ता | Updated: April 1, 2021 08:27 IST

देश में एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण की तैयारियों के बीच केंद्र ने बुधवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की।

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ठळक मुद्देकेंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया।राज्य मांग आने पर सभी सरकारी तथा निजी अस्पतालों को टीकों की तत्काल आपूर्ति करें।ऐसे जिलों को चिह्नित करें जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है।

नई दिल्लीः कोरोना से जंग में 45 साल या उससे अधिक आयु के सभी लोगों के लिए गुरुवार से वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया जा रहा है।

को-विन एप पर रजिस्ट्रेशन के अलावा जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वह लोग अस्पतालों या टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने के लिए दोपहर 3 बजे के बाद रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। फिलहाल तक 45 साल से अधिक उम्र के उन्हीं लोगों को कोरोना वैक्सीन लग रही थी, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। लेकिन अब 45 साल या उससे उपर की उम्र के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि कोरोना से मरने वालों में 45 साल से अधिक उम्र के लोग 80 फीसदी हैं। महामारी के जानलेवा प्रकोप को रोकने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। एक बार 45+ वाले लोगों को वैक्सीन लग जाने के बाद 45 साल से नीचे उम्र के लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी।

नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा है कि देश में कोरोना वैक्सीन सरकारी-प्राइवेट अस्पतालों के अलावा प्राइवेट सेंटर्स पर भी लगेगी। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही है जबकि प्राइवेट अस्पतालों में एक डोज के लिए 250 रुपए का भुगतान करना होगा।

वैक्सीनेशन के लिए आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन cowin.gov.in पोर्टल या को-विन एप पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद ही आपको वैक्सीन लगवाने की तारीख, समय और स्थान की जानकारी मिल जाएगी। वैक्सीनेशन सेंटर पर पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड या वोटर कार्ड साथ ले जाना होगा। इसके अलावा पासपोर्ट, राशनकार्ड या फिर बैंक की पासबुक को भी पहचान पत्र के तौर पर आप पेश कर सकते हैं। बशर्ते इसमें आपकी फोटो और जन्मतिथि लिखी हो।

वैक्सीन की दूसरी डोज कब, कहां और कैसे लगेगी

कोरोना की पहली डोज लगवाने वाले लोगों के मन में एक असमंजस है कि कोरोना की दूसरी डोज उन्हें चार सप्ताह बाद लगवानी है या छह से आठ सप्ताह बाद। कोरोना टास्क फोर्स के चेयरमैन एवं नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना वैक्सीन में अगर पहली डोज आपने कोविशील्ड वैक्सीन की लगवाई है तो इस बात का ध्यान रखना है कि पहली डोज के बाद छह सप्ताह का गैप रखना है और दूसरी डोज छह से आठ सप्ताह के बीच में लगनी आवश्यक है।

अगर पहली डोज कोवाक्सीन वैक्सीन की लगी है तो दूसरी डोज के लिए कम से कम चार सप्ताह का गैप रखना है और उसके बाद चार से छह सप्ताह के बीच में दूसरी डोज लगवानी है। कुछ लोगों के मन में यह सवाल भी है कि दूसरी डोज के लिए उन्हें फिर से रजिस्ट्रेशन कराना है या कोई मैसेज उनके पास आएगा?

तो ऐसे लोग कोवाक्सीन की पहली डोज से चार सप्ताह का गैप लेकर चलें और कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोग पहली डोज के बाद छह सप्ताह का गैप अपने कैलेंडर या डायरी में लिख लें। निर्धारित अंतराल के बाद वैक्सीनेशन केंद्र पर पहली वैक्सीन डोज का सर्टिफिकेट और आईडी प्रूफ दिखाकर दूसरी डोज लगवा लें। जिन लोगों को पहली डोज लग चुकी है या लगने वाली है सभी के लिए यही प्रोटोकॉल है।

1976 या उससे पहले का है जन्म तभी लगेगी वैक्सीन

केंद्र सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि 45 प्लस वाले सभी लोगों को गुरूवार से वैक्सीन लग सकेगी। लेकिन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में क्या ‘ऐज बार’ का कोई ब्रेकिट भी है। इस भ्रांति को दूर करते हुए लोकमत ने को-विन रजिस्ट्रेशन पोर्टल की पड़ताल की। इसमे रजिस्ट्रेशन के वक्त जन्म का साल पूछा गया है।

अगर आप इसमें 1977 का जन्म डालते हैं तो पोर्टल पर लिखा आएगा कि आपका जन्म सन् 1976 या उससे पहले हुआ है तभी आप वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसका अर्थ साफ है कि अगर आपका जन्म 31 दिसंबर 1976 का है तो ही आप 45 प्लस के दायरे में वैक्सीन लगवाने के पात्र हैं। अगर आपका जन्म एक जनवरी 1977 का है तो वैक्सीनेशन के लिए आपका रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। 

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