नई दिल्ली/चंडीगढ़ः हरियाणा और दिल्ली सरकार ने घातक कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। दिल्ली में छह मामले सामने आया है। हरियाणा सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बुधवार तक 44 संदिग्ध मामलों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया, जिनमें से 38 की रिपोर्ट नकारात्मक आई है और छह की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इसे महामारी घोषित करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमाघरों को एहतियाती तौर पर 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की। केवल वे स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे जहां अभी परीक्षाएं जारी हैं।
सरकार द्वारा सरकारी, निजी कार्यालयों, शॉपिंग मॉल सहित सभी सार्वजनिक स्थानों को संक्रमण मुक्त बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला किया गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के फ्लैटों और निर्माणाधीन अस्पतालों में दिल्ली सरकार पृथक रखे जाने की सुविधाओं का इंतजाम कर रही है।
सभी सिनेमाघर 31 मार्च तक बंद रहेंगे
उन्होंने कहा ‘‘ सभी सिनेमाघर 31 मार्च तक बंद रहेंगे। जहां परीक्षाएं जारी हैं उनके अलावा सभी स्कूल और कॉलेज भी कोरोना वायरस के मद्देनजर 31 मार्च तक बंद रहेंगे। सरकार ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है।’’ उन्होंने जरूरत पड़ने पर कोरोना वायरस के मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में 500 से अधिक बिस्तरों की सुविधा होने की जानकारी देते हुए सरकार के कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार होने की बात कही। केजरीवाल ने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी तक उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा,‘‘ हम कोरोना वायरस से निपटने के लिए हर कदम उठा रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि इससे हमें मदद मिलेगी। विश्वभर में बड़ी तेजी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं जबकि भारत में हम अभी तक इसे नियंत्रित करने में कामयाब रहे हैं। अगर हम सावधान रहें तो हम कोरोना वायरस से अपने देश को बचा सकते हैं।’’
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आधिकारिक आदेश में कहा, ‘‘ कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर सभी शैक्षणिक संस्थान (स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, विश्वविद्यालय और निजी कोचिंग और ट्यूशन सेंटर) 31 मार्च 2020 तक बंद रहेंगे, लेकिन परीक्षाएं निर्धारित समय पर होंगी।’’
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट में कहा, “कोविड -19 को हरियाणा में महामारी घोषित किया गया है।” किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 270 से अधिक पृथक वार्ड बनाए गए हैं जहां 1206 बिस्तरों की व्यवस्था रखी गई है।
रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल को गंभीर मरीजों के इलाज के लिए तृतीय श्रेणी का स्वास्थ्य केन्द्र घोषित किया गया है। राज्य सरकार द्वारा बुधवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक इस घातक वायरस को फैलने से रोकने के लिए हरियाणा महामारी रोग, कोविड-19 नियम 2020 के तहत कई नियमों की घोषणा की है। ये नियम तत्काल प्रभाव से लागू हैं और एक साल की अवधि तक लागू रहेंगे। कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों की जांच के लिए राज्य के सभी अस्पतालों से ‘फ्लू कॉर्नर’ स्थापित करने को कहा गया है।
अधिसूचना के मुताबिक, नियमावली के अनुसार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अनुमति के बिना कोई भी व्यक्ति या संस्थान कोरोना वायरस से जुड़ी कोई भी जानकारी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर साझा ना करे। ऐसा करने वालों को दंडित किया जाएगा।
अन्य नियमों के अनुसार राज्य में कोई भी निजी प्रयोगशाला कोरोना वायरस संबंधी जांच करने के लिए अधिकृत नहीं है। सरकार ने कोरोना वायरस से प्रभावित देशों की हाल ही में यात्रा करने वाले लोगों से नजदीकी सरकारी अस्पताल में रिपोर्ट करने के लिए भी कहा है।
कोविड-19 नियंत्रित की जा सकने वाली महामारी है: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि दुनिया के देश कोरोना वायरस से निपटने के लिए कदम उठाते हैं, तो यह ‘‘नियंत्रित की जा सकने वाली महामारी है’’। डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस ने बुधवार को स्वीकार किया था कि वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस को अब महामारी कहा जा सकता है, लेकिन उन्होंने यहां राजनयिकों से कहा कि इस बीमारी को महामारी करार देने का अर्थ यह नहीं है कि देश इसे और फैलने से रोकने के लिए कोशिश करना बंद कर दें।
गेब्रेयसस के हवाले से जारी बयान में कहा गया, ‘‘यह नियंत्रित की जा सकने वाली महामारी है’’। उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत चिंता की बात है कि कुछ देश उस राजनीतिक प्रतिबद्धता से इस बीमारी से नहीं निपट रहे, जिसकी आवश्यकता है। बीमारी की रोकथाम के बजाय इसे कम दिखाने की दिशा में प्रयास करना गलत और खतरनाक है।’ उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की जान बचाने के लिए हमें संक्रमण को काबू करना चाहिए।’’ डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, ‘‘इसका अर्थ है कि अधिक से अधिक मामलों का पता लगाकर संक्रमित लोगों और उनके निकट रहने वाले लोगों को पृथक रखा जाए।’’
डब्ल्यूएचओ के अनुसार 118 देशों और क्षेत्रों के करीब 1,25,000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। कोरोना वायरस के कारण 4,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। गेब्रेयसस ने कोरोना संक्रमण से अभी तक बचे देशों से स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी पूरी तैयारियां करने को कहा। साथ ही उन्होंने देशों से इस संक्रमण को रोकने या कम करने का रास्ता खोजने और इसे साझा करने का भी आग्रह किया।