Coronavirus Taja News: दिल्ली में कोरोना वायरस से मरने वाली 68 वर्षीय महिला का हुआ अंतिम संस्कार, पहले निगम बोध घाट ने किया था इनकार
By अनुराग आनंद | Published: March 14, 2020 02:17 PM2020-03-14T14:17:23+5:302020-03-14T14:53:46+5:30
दिल्ली में कोरोना वायरस की वजह से मृत महिला के परिजन जब शव लेकर पहुंचे तो निगमबोध घाट प्रशासन ने अंतिम संस्कार करने की अनुमति नहीं दी थी। मृतक महिला के परिजनों के मुताबिक निगमबोध घाट ने पहले अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था।
नई दिल्ली:दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से हुई 68 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई थी। शनिवार को निगमबोध घाट पर उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया गया। इसके चलते मृतक के रिश्तेदारों ने रोष जताया, जिसके बाद निगमबोध घाट ने कोरोना से जान गंवाने वाली महिला को अंतिम संस्कार की अनुमति दे दी।
असल में, परिजन जब शव लेकर पहुंचे तो निगमबोध घाट प्रशासन ने अंतिम संस्कार करने की अनुमति नहीं दी थी। मृतक महिला के परिजनों के मुताबिक निगमबोध घाट ने पहले अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और लोधी रोड स्थित श्मशान घाट जाने को कहा। लेकिन खबर मीडिया में आने के बाद निगमबाध घाट पर अंतिम संस्कार की इजाजत दी। आज तक की खबर के मुताबिक, परिजनों का कहना है कि तीन घंटे बाद अंतिम संस्कार की अनुमति दी गई।
बताया जा रहा था कि आरएमएल के डॉक्टर अंतिम संस्कार पर फैसला लेंगे, क्योंकि निगम बोध शमशान घाट पर लकड़ी और सीएनजी से ही अंतिम संस्कार होता है। बता दें कि तेजी से फैल रहे इस वायरस को रोकने के लिए कई राज्यों ने स्कूलों, कॉलेजों, सिनेमाघरों को बंद कर दिया है और ज्यादातर सार्वजनिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिये गये हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 83 हो गए हैं। इनमें 17 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इन 83 लोगों में दिल्ली की 68 वर्षीय महिला और कर्नाटक का 76 वर्षीय पुरुष भी शामिल हैं। दोनों की मौत एक से ज्यादा बीमारियों के कारण हुई है लेकिन दोनों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि महिला अपने बेटे के संपर्क में आयी थी, जो राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण का पांचवा मामला था।
महिला का बेटा पांच से 22 फरवरी तक स्विटजरलैंड और इटली की यात्रा पर था। अधिकारियों ने बताया कि महिला की मौत एक से ज्यादा बीमारियों (मधुमेह और उच्च रक्तचाप) के कारण हुई है। लेकिन उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि महिला राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थी। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में मंगलवार को हुई 76 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से हुई पहली मृत्यु है। उसके कोरोना वायरस के चलते मौत होने की बृहस्पतिवार को पुष्टि हुई थी।
देश में दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र और केरल सहित 11 राज्यों या केन्द्र शासित प्रदेशों में कुल 83 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। ओडिशा कैबिनेट ने इस घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कोविड 19 नियम 2020 को आज मंजूरी दी। मणिपुर सरकार ने भी इस सिलसिले में नियम जारी किये हैं।
बताया जा रहा है कि 118 देशों में इस महामारी से अभी तक 5,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1।31 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। लेकिन यह स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है और घबराने की जरुरत नहीं है। उन्होंने बताया कि भारत ने अभी तक मालदीव, अमेरिका, मेडागास्कर और चीन सहकित कई प्रभावित क्षेत्रों से कुल 1,031 लोगों को बाहर निकाला है।
केन्द्र ने तय किया है कि सीमा पर बने 37 जांच चौकियों में से महज 19 पर आवाजाही की अनुमति होगी और अगले आदेश तक भारत-बांग्लादेश यात्री ट्रेनें और बसें 15 अप्रैल तक नहीं चलेंगी। अधिकारियों ने बताया कि समूचे देश में 42,000 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा गया है। हालात की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दक्षेस नेताओं के साथ एक वीडियो कांफ्रेंस का प्रस्ताव रखा है ताकि एक संयुक्त रणनीति बनाकर दुनिया के सामने उदाहरण पेश किया जा सके। वहीं कर्नाटक, ओडिशा, दिल्ली और बिहार बंद जैसी स्थिति नजर आ रही है।