चीन की चाल से देश में पीपीई किट की कमी, 600 हीट सीलिंग मशीनों की है जरूरत, जानिए क्या है मशीन का काम
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: April 10, 2020 07:16 IST2020-04-10T07:16:56+5:302020-04-10T07:16:56+5:30
वर्तमान परिस्थितियों में भारत को प्रतिदिन एक लाख पीपीई किट बनाने की जरूरत है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए देश को 500 से 600 हीट सीलिंग मशीन की आवश्यकता है.

देश पीपीई किट की कमी है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्लीः चीन के निर्माताओं द्वारा हीट सीलिंग मशीन की आपूर्ति में हो रही देरी के चलते देश पीपीई किट की कमी है. यह किट चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा कोविड-19 के मरीजों के उपचार के दौरान उन्हें संक्रमण की जद आने से बचाती है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोकमत समाचार से खास बातचीत में बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए जरूरी पीपीई किट उच्च दर्जे की प्लास्टिक से बनी होती है.
इस किट से उपचार के समय डॉक्टर या चिकित्सकीय कर्मचारी खुद को सिर से लेकर पैर तक ढक सकते हैं. इस पीपीई किट की सिलाई के लिए हीट सीलिंग मशीन का उपयोग किया जाता है. इस मशीन का निर्माण चीन की कंपनी करती है. वर्तमान समय में भारत के पास 150 हीट सीलिंग मशीनें हैं. इन मशीनों से 12 से 13 हजार पीपीई किट प्रतिदिन बनाई जाती है. लेकिन भारत की जरूरत के हिसाब से यह आंकड़ा नाकाफी है.
वर्तमान परिस्थितियों में भारत को प्रतिदिन एक लाख पीपीई किट बनाने की जरूरत है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए देश को 500 से 600 हीट सीलिंग मशीन की आवश्यकता है. भारत ने इन मशीनों को लिए चीन के निर्माताओं को पहले ही ऑर्डर दिया था लेकिन चीन के निर्माताओं ने इन मशीनों को 12 हफ्ते से पहले देने में असमर्थता जता दी है.
मेडिकल और पैरा मेडिकल कर्मचारियों का कहना है कि जब लॉकडाउन हटेगा या कोविड-19 का संक्रमण ज्यादा बढ़ेगा तो पीपीई किट की कमी से देश को बड़ा नुकसान हो सकता है. सूत्र बताते हैं कि इसी कारण सरकार ने लोगों से अपील की है कि जनता खुद अपने संसाधनों का उपयोग कर ज्यादा से ज्यादा मास्क बनाए.