कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से 10 राज्यों में पाकिस्तान के करीब 190 फंसे हुए हैं। इन लोगों को अटारी-वाघा बार्डर से पाकिस्तान जाने की इजाजत दी गई है। इस बाबत विदेश मंत्रालय ने राज्य पुलिस प्रमुखों को उनके सफर का इंतजाम करने के लिए कहा है। पाकिस्तानी नागरिकों को मंगलवार (5 मई) की सुबह अटारी-वाघा सीमा पर पहुंचने के लिए कहा गया है, जहां उनकी वापसी की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।
इस मामले से परिचित लोगों ने कहा है कि पाकिस्तान उच्चायोग ने भारत से अपने नागरिकों को निकालने के लिए मदद मांगी थी। कोविड -19 लॉकडाउन के बीच देश से बाहर निकलने के लिए पाकिस्तानी नागरिकों का यह दूसरा बड़ा समूह है। अप्रैल में पाकिस्तान लौटने वाला अंतिम समूह बहुत छोटा था और इसमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल थे।
मंगलवार को पाक जाने वालों में भारत 10 राज्यों के 25 जिलों में रहने वाले 193 व्यक्ति शामिल हैं। पाक नागरिक फिलहाल महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से पंजाब के अटारी बॉर्डर के लिए सड़क मार्ग से निकलेंगे। पश्चिम बंगाल एक समूह 1700 किलोमीटर दूर अटारी के लिए रविवार को अपनी यात्रा शुरू करेगा।
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार मार्च महीने में अटारी बॉर्डर पर कुछ कस्टम अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों को क्वारंटाइन में रखा गया था। जब पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्ट आई थी कि बाघा बार्डर पार करने वाले 5 व्यक्तियों के समूह में दो लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। अप्रैल में फिर से 41 पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी के बाद इसी तरह की रिपोर्ट सामने आने के बाद सीमा पर तैनात कुछ अधिकारियों को क्वारंटाइन किया गया था।