दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना मरीजों के इलाज के दरों में काफी कटौती की गई है। गृह मंत्रालय के ताजा आदेश के अनुसार अब आइसोलेशन बेड का प्रतिदिन का किराया 8 से 10 हजार के बीच, बिना वेंटीलेटर आईसीयू का किराया 13 से 15 हजार के बीच और आईसीयू में वेंटीलेटर के साथ किराया 15 से 18 हजार के बीच होगा। इसमें पीपीई किट का खर्चा शामिल नहीं है। इसके पहले क्रमश: मरीजों को 24000-25000 रुपये (आइसोलेशन बेड), 34000-43000 रुपये (आईसीयू) और 44000-54000 रुपये (आईसीयू वेंटीलेटर) के चुकाना पड़ता था।
गृह मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों के लिए ये उपचार दरें निजी अस्पतालों पर लागू होंगी। दिल्ली में आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री ने दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों द्वारा ली जा रही फीस को ठीक करने के लिए नीति आयोग के सदस्य के तहत एक कमेटी का गठन किया। गृह मंत्रालय की सतर्कता के बाद दिल्ली में कोरोना वायरस टेस्टों की संख्या बढ़ा दी गई है। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के 242 कंटेनमेंट जोन में घर-घर जाकर स्वास्थ्य सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। कुल 2.3 लाख लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।
दिल्ली: एक दिन कोरोना के रिकॉर्ड 2877 मामले, 65 मौतें
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में निरूद्ध क्षेत्रों के आसपास स्थित केन्द्रों में गुरुवार (18 जून) को रैपिड एंटीजेन पद्धति के जरिये कोविड-19 के लिए जांच शुरू की। एक अधिकारी ने बताया कि एंटीजेन जांच में कुल 341 टीम शामिल हैं और इस जांच से 30 मिनट के भीतर रिपोर्ट मिल जायेगी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, दिल्ली में 193 केंद्रों पर रैपिड ऐंटीजेन जांच हुई। इनमें कुल 7040 लोगों की कोरोना जांच हुई जिसमें से 456 लोग संक्रमित पाए गए।राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे में कोविड-19 के 2,877 मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 49,000 के पार पहुंच गई। दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के 1969 लोगों की मौत हुई है।