नई दिल्लीः कोरोना वायरस महामारी के कारण के कारण BRICS और SCO समिट रद्द कर दिया गया है। ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) एक प्रभावशाली समूह है जो 3.6 अरब लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। इस समूह का कुल जीडीपी 16 हजार 600 अरब डालर है।
ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता ऋण राशि दी है, जिसका इस्तेमाल इस महामारी से होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करने के लिए किया जाएगा।
शंघाई स्थित एनडीबी की स्थापना ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) ने 2014 में की थी और इस समय इसका नेतृत्व दिग्गज भारतीय बैंकर के वी कामथ कर रहे हैं। एनडीबी के निदेशक मंडल ने 30 अप्रैल को भारत के लिए ‘आपातकालीन सहायता कार्यक्रम ऋण’ को मंजूरी दी थी और इसका मकसद कोरोना वायरस महामारी के कारण होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करना है।
बैंक के उपाध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी झेन झू ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, ‘‘एनडीबी विपत्ति के समय में अपने सदस्य देशों की मदद करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तत्काल अनुरोध पर तेजी से कार्रवाई करते हुए भारत को आपातकालीन सहायता कार्यक्रम ऋण को मंजूरी दी गई।’’
ब्रिक्स समूह के सभी देश अभी कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित हैं । अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार पर रोक लगाने के लिये सहयोग बढ़ाने के रास्तों और आर्थिक विकास को बहाल करने की चुनौतियों पर चर्चा की। बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और ब्राजील के विदेश मंत्री अर्नेस्टो अराउजोवेरे ने हिस्सा लिया ।