Delhi Coronavirus Update: एक्शन में केंद्र सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय तैयार, एयरपोर्ट पर जांच जारी, पीएम बोले-घबराने की कोई जरूरत नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 3, 2020 20:56 IST2020-03-03T20:56:17+5:302020-03-03T20:56:17+5:30
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की । विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है।’’

कोरोना वायरस : इंडिगो के चालक दल के सदस्यों को निगरानी में रखा गया।
नई दिल्ली/आगराः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोवेल कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी की मंगलवार को गहन समीक्षा की। साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की । विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है।’’
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा, “कोविड-19 नोवेल कोरोनावायरस के मद्देनजर तैयारी की गहन समीक्षा की। भारत आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग से लेकर तुरंत चिकित्सा प्रदान करने तक की समस्त गतिविधियों के लिए विभिन्न मंत्रालय मिलकर काम कर रहे हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हमें साथ मिलकर काम करने और आत्मसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छोटे लेकिन महत्वपूर्ण उपाय करने की जरूरत है।”
दूसरी ओर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि आगरा में जांच के दौरान वायरस से प्रभावित छह मामलों का पता चला और इन लोगों को पृथक रखा गया है। मंत्रालय के बयान के अनुसार, आगरा में नमूने की जांच के दौरान हाई वायरल के छह मामलों की जानकारी मिली है। ये वह लोग हैं जो कल नई दिल्ली में सीओवीआईडी-19 मरीजों के संपर्क में आए हैं। इन्हें अलग रखा गया है।
Government sources:Indian Navy’s Milan multilateral naval exercise planned to be held from March 18 in Visakhapatnam may be cancelled in view of #Coronavirus. Govt has asked Army,Navy&Air Force to be prepared for quarantine facilities for over 2500 suspected cases in coming days. pic.twitter.com/1WDlwRAGUJ
— ANI (@ANI) March 3, 2020
इनके नमूनों को जांच के लिये एनआईवी, पुणे भेजा गया है। समेकित बीमारी निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के जरिये उन लोगों का पता लगाया जा रहा है, जिनके संपर्क में ये छह लोग आए। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीओवीआईडी-19 के संबंध में उभरते हुए वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान के नागरिकों के संदर्भ में पूर्व में जारी किए गए सभी परामर्शों के स्थान पर नया परामर्श जारी किया है ।
कोरोना वायरस : इंडिगो के चालक दल के सदस्यों को निगरानी में रखा गया
इंडिगो की दुबई-बेंगलुरु उड़ान से 20 फरवरी को करोना वायरस से संक्रमित हैदराबाद निवासी के साथ उड़ान भरने वाले चालक दल के चार सदस्यों को दो मार्च से ही घर में निगरानी में रखा गया है। एयरलाइन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बेंगलुरु में काम करने वाले हैदराबाद के 24 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को सोमवार को करोना वायरस से संक्रमित पाया गया था और यह तेलंगाना में इस बीमारी का पहला पुष्ट मामला है।
इंजीनियर ने पिछले महीने दुबई में हांगकांग के लोगों के साथ काम किया था जहां उसके इस बीमारी के संपर्क में आने की आशंका है। वह 20 फरवरी को इंडिगो की उड़ान से बेंगलुरु वापस लौटा था। इसके बाद वह एक बस से हैदराबाद गया था। एयरलाइन ने एक बयान में कहा, “ हैदराबाद के प्रभावित यात्री ने इंडिगो की उड़ान 6ई 96 (दुबई बेंगलुरु) से 20 फरवरी 2020 को यात्रा की थी। एपीएचओ बेंगलुरु के निर्देशन में इस विमान में चालक दल के सभी सदस्यों को दो मार्च 2020 से ही तत्काल प्रभाव से घर में ही निगरानी में रखा गया है।”
विमानन कंपनी ने कहा, “हम विमानपत्तन स्वास्थ्य संगठन (एपीएचओ) द्वारा बताए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं और करोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में उड़ानों का संचालन कर रहे चालक दल के सभी सदस्यों के लिये ऐहतियाती उपाय अपना रहे हैं।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को कहा था कि हाल ही में इटली का दौरा कर एअर इंडिया की वियना-दिल्ली उड़ान से 25 फरवरी को वापस लौटे दिल्ली निवासी एक व्यक्ति को भी वायरस से संक्रमित पाया गया है। विमान के एअर इंडिया के चालक दल के सदस्यों को उनके घरों में ही पृथक रखा गया है। राष्ट्रीय विमानन कंपनी ने 25 फरवरी को दिल्ली निवासी के साथ यात्रा करने वाले सभी यात्रियों से वायरस के संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है।
Ministry of Health&Family Welfare: Travel restrictions imposed from yesterday were reviewed & shared with states. States were asked to monitor airport management in states in coordination with the concerned Airport Public Health Officers &Airport Managers for effective screening. https://t.co/DYYiioHhIQ
— ANI (@ANI) March 3, 2020
कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा: भारत ने दवाओं के निर्यात पर लगाया प्रतिबंध
देश दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुये सरकार ने दवाओं के मामले में एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। देश में दवाओं की कमी नहीं हो इसके लिये सरकार ने मंगलवार को पैरासेटामोल और 25 अन्य दवा सामग्रियों और उनसे बनने वाली दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया।
भारत खुद जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा विनिर्माता है। सरकार ने दर्द निवारक दवा, बुखार में काम आने वाले पेरासेटमोल, एंटीबायोटिक मैट्रोनिडजोल तथा विषाणुओं के इलाज में काम आने वाली दवा के साथ ही विटामिन बी1 और बी12 के निर्यात को फिलहाल प्रतिबंधित कर दिया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक 26 सक्रिय औषधि सामग्री (एपीआई) और फार्मुलेशंस के निर्यात के लिये अब लाइसेंस लेने की जरूरत होगी। अब तक इन दवा सामग्रियों के निर्यात पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं था।
एपीआई विभिन्न प्रकार की दवाओं के निर्माण में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। सरकार की ओर से की गई यह घोषणा कोरोना वायरस के दुनिया के कई देशों में फैलने के बाद उपजी चिंता को देखते हुय काफी अहम है। भारत हालांकि, दुनिया में 20 प्रतिशत जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति करता है लेकिन देश की दवा कंपनियों में दवा बनाने वाले रासायनिक फार्मुलेशंस की दो तिहाई आपूर्ति के लिये वह चीन पर निर्भर है। चीन में कोरोना वायरस शुरू होने के बाद से वहां सभी कारखाने बंद है जिसकी वजह से भारत में दवा कंपनियों को जरूरी कच्चा माल नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में देश के भीतर जरूरी दवाओं की कमी को भांपते हुये सरकार ने इनके निर्यात पर पाबंदी लगा दी।
डीजीएफटी ने अधिसूचना में कहा है, ‘‘कुछ खास तरह की सक्रिय औषधीय सामग्री (एपीआई) और उनसे बनने वाले फार्मुलेशंस के निर्यात को तुरंत प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है। यह प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेगा।’’ भारत में सोमवार को कोरोना वायरस सक्रमित तीन नये मामले सामने आये हैं। वहीं कोरोना वायरस के संपर्क में आने वाले छह लोगों में ‘‘तेज संक्रमण’’ पाया गया। कोरोना वायरस से अब तक दुनियाभर में 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिये नया यात्रा परामर्श जारी किया है। सरकार ने इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान के भारत की यात्रा पर आने वाले लोगों को जारी वीजा..ई-वीजा निलंबित कर दिया है। इन देशों के यात्रियों को तीन मार्च अथवा उससे पहले जारी किया गया वीजा निलंबित कर दिया गया है। देश में एपीआई का सालाना आयात 3.5 अरब डालर का होता है। इसमें से करीब ढाई अरब डालर का आयात अकेले चीन से किया जाता है। एपीआई दवाओं में कच्चे माल की तरह इस्तेमाल होता है।
कोरोना वायरस: 21 इतालवी पर्यटकों और तीन भारतीय टूर ऑपरेटरों को भेजा गया आईटीबीपी केंद्र
कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते 21 इतालवी पर्यटकों और तीन भारतीय टूर ऑपरेटरों को मंगलवार को दिल्ली स्थित आईटीबीपी के पृथक केंद्रों में भेज दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि विदेशी पर्यटकों में 13 महिलाएं और आठ पुरुष शामिल हैं जो जयपुर के उस समूह का हिस्सा थे जिसमें एक इतालवी व्यक्ति और उसकी पत्नी में कोरोना वायरस संक्रमण पाया गया था।
एक सूत्र ने कहा, “उसकी हालत स्थिर है।” उन्होंने बताया कि इस इतालवी समूह से टूर ऑपरेटर के रूप में जुड़े तीन भारतीयों को भी दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के छावला क्षेत्र में स्थित आईटीबीपी पृथक केंद्र में भेज दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि पांच सितारा होटल में ठहरे इन सभी लोगों को आईटीबीपी शिविर में “प्रिवेंटिव आइसोलेशन” में रखा गया है और बुधवार को उनके नमूने लिए जाएंगे। केंद्र में चीन के वुहान से बचाकर लाए गए 112 लोग हैं जिनमें 76 भारतीय और 36 विदेशी हैं। गत सप्ताह आई रिपोर्ट में इन 112 लोगों के पहले लिए गए नमूने जाँच में नकारात्मक पाए गए थे।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है दिल्ली सरकार: सत्येंद्र जैन
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार हर संभव कदम उठा रही है और उन लोगों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है जो या तो संक्रमित हो सकते हैं या वे किसी अन्य संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “कोविड-19 एक नया संक्रमण है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।” जैन ने कहा, “हम दिल्ली को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।
उन्नीस सरकारी और छह निजी अस्पतालों समेत 25 अस्पतालों में पृथक वार्ड बनाए जा रहे हैं।” मंत्री ने कहा कि साढ़े तीन लाख एन-95 मास्क की व्यवस्था करने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सा कर्मियों के लिए आठ हजार से अधिक उपकरण मौजूद हैं।”
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए मंगलवार को जैन और अन्य उच्चाधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। बैठक से एक दिन पहले दिल्ली में एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर आई थी। सिसोदिया ने कहा, “हम उन लोगों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं जो या तो संक्रमित हो सकते हैं या वे कोविड-19 से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में थे।”