Coronavirus Live Updates: यूपी में 1778 मामले, 248 मरीज ठीक, अब तक 26 लोगों की मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 25, 2020 04:10 PM2020-04-25T16:10:01+5:302020-04-25T16:10:19+5:30
बुलंदशहर के मुख्य चिकित्साधिकारी के. एन. तिवारी ने कहा किआज उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कुल 93 सैंपल की रिपोर्ट आई है जिसमें से 10 पॉजिटिव पाए गए हैं और 3 सैंपल रिपीट हैं, शेष 80 सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1778 हो गए। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि संक्रमण के कुल 1778 मामले हैं, जो 57 जिलों से आये हैं। अब तक कुल 248 लोग संक्रमण मुक्त होकर अपने घर जा चुके हैं जबकि 26 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1504 है।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के बाहर फंसे प्रदेश के कामगारों को लाने के पर काम शुरू हो गया है। हरियाणा से 82 बसों से 2224 लोगों को आज प्रदेश वापस लाया गया है। तबलीगी जमात के संपर्कों की चेकिंग लगभग पूरी हो चुकी है। अब तक राज्य में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए कुल 539 FIR दर्ज की गई हैं और 242 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।हॉट स्पॉट की योजना बहुत महत्वपूर्ण है और यह कारगर साबित हो रही है, अब 90 से 95 % मामले हॉट स्पॉट से ही आ रहे हैं।
1778 #COVID19 positive cases have been reported in the state, so far out of which 1504 are active cases. 248 people have been cured/discharged. 26 deaths have been reported out of which most deaths were due to comorbidity or old age: Principal Secretary (Health) Amit Mohan Prasad pic.twitter.com/GLUFwpAT1e
— ANI UP (@ANINewsUP) April 25, 2020
प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे 18 जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों को भेजने का फैसला किया है, जिनमें संक्रमण के मामले ज्यादा हैं, इन अधिकारियों में चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे। उन्होंने बताया, ‘‘पिछले कुछ समय से रोजाना 100 से ज्यादा कोविड-19 के मरीज सामने आ रहे थे, लेकिन पिछले दो दिन में इसमें कमी आयी है।
प्रसाद ने कहा कि हॉटस्पॉट को लेकर बनायी गयी रणनीति का लाभ देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में चूंकि सामान्य ओपीडी नहहीं चल रही है इसलिए टेली परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है, निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से भी कहा गया है कि वे टेली मेडिसिन से परामर्श दे सकते हैं।
प्रसाद ने बताया, ‘‘प्रत्येक जिले के सरकारी अस्पतालों में फोन नंबर जारी किये गये हैं। इन नंबरों के जरिए व्यक्ति घर बैठे डॉक्टर से सलाह ले सकता है। डॉक्टर का नाम और फोन नंबर हर जिले के अखबारों में दे दिया गया है।’’ उन्होंने बताया कि लखनऊ के केजीएमयू और एसजीपीजीआई तथा सैफई और मेरठ के मेडिकल कॉलेजों में पूल टेस्टिंग लगातार चल रही है।