Coronavirus: उज्जैन में 16.35 फीसदी सैंपल खारिज, प्रशिक्षित कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर उठ रहे सवाल
By बृजेश परमार | Updated: April 23, 2020 07:36 IST2020-04-23T07:36:20+5:302020-04-23T07:36:50+5:30
स्वास्थ्य विभाग अपने कर्तव्य का पालन पूरी ईमानदारी से निष्ठापूर्वक करने में लगा है लेकिन उसके प्रशिक्षण और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। विभाग की और से 21 अप्रैल मंगलवार तक कुल 1865 सैंपल लिए गए थे। इनमें से 305 सैंपल इंदौर एवं भोपाल की लेब ने विभिन्न कारणों से रिजेक्ट कर दिए।

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (Image Source: Pixabay)
मध्य प्रदेश के उज्जैन में कोविड-19 से लड़ने में स्वास्थ्य अमला जान का जोखिम ले रहा है। सीधे-सीधे मरीजों के संपर्क में डाक्टर एवं नर्सें आ रही हैं। उज्जैन में अब तक लिए गए कुल सैंपलों में से 16.35 प्रतिशत सैंपल विभिन्न कारण बताते हुए इंदौर एवं भोपाल की लेब ने रिजेक्ट कर दिए हैं। सैंपल लेने वाले कर्मचारी सैंपल बूथ में तोड़फोड़ कर रहे हैं जिसका सीधा असर सैंपलों के रिजेक्ट होने पर हो रहा है। विभाग के प्रशिक्षण और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है।
कोविड-19 कोरोना वायरस से समाज की जंग जारी है। समाज के अभिन्न रक्षक के रूप में स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग अपनी जान जोखिम में डालकर जिम्मेदारी का निर्वहन करने में लगे हैं।
स्वास्थ्य विभाग अपने कर्तव्य का पालन पूरी ईमानदारी से निष्ठापूर्वक करने में लगा है लेकिन उसके प्रशिक्षण और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। विभाग की और से 21 अप्रैल मंगलवार तक कुल 1865 सैंपल लिए गए थे। इनमें से 305 सैंपल इंदौर एवं भोपाल की लेब ने विभिन्न कारणों से रिजेक्ट कर दिए।
कुल सैंपल में से रिजेक्ट सैंपल 16.35 प्रतिशत हैं। विभाग को अब तक भेजे गए कुल 1865 सैंपलों में से कुल 1240 सैंपलों की रिपोर्ट मिली है। इसके हिसाब से अगर रिजेक्ट सैंपल का प्रतिशत देखा जाए तो यह 24.59 प्रतिशत के लगभग सामने आ रहा है।
विभाग अपने बुलेटिन में 902 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव बता रहा है।इसके चलते भी आंकड़ों के मान से देखा जाए तो करीब 625 सैंपल की रिपोर्ट अभी आना शेष हैं।
रिजेक्ट किए गए कुल 305 सैंपल में संदिग्धों को कोरोनटाईन किया गया होगा ऐसे में कितने रिजेक्ट सैंपल से संबंधित लोगों की स्थिति क्या है इसे लेकर भी स्थिति साफ नहीं है।
15 अप्रैल को विभाग के माधवनगर आइसोलेशन वार्ड में सैंपल लेने वाले बूथ के कर्मचारी ललित मालवीय ने हंगामा करते हुए बूथ में तोड़फोड़ की थी इसे लेकर माधवनगर अस्पताल के प्रभारी डा. भोजराज शर्मा ने माधवनगर थाने में संबंधित के खिलाफ आवेदन दिया था। इस मामले में विभाग की शिथिल स्थिति सामने आई है।
-हमें लैब ने जब जब जो कहा वो हमने किया। अब उनका कहना है कि अभी रूकें इस संख्या को जोड़ कर रखें तो हमें उसका इंतजार है। हां देखा जाए तो प्रतिशत ज्यादा है पर ऐसा नहीं है।
-डा.अनुसूईया गवली, सीएमएचओ,उज्जैन
- माधवनगर अस्पताल प्रभारी ने लिखित आवेदन देकर बताया था कर्मचारी ने शराब के नशे में बूथ में तोडफोड की और भाग गया। आवेदन पर जांच की जा रही है।
- तरूण कुरील, एस आई, माधवनगर थाना, उज्जैन