कोरोना संक्रमण फेफड़े की कोशिकाओं में जैव-रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को करता है प्रभावित:अध्ययन
By भाषा | Published: April 14, 2021 06:57 PM2021-04-14T18:57:13+5:302021-04-14T18:57:13+5:30
कोलकाता, 14 अप्रैल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), खड़गपुर के शोधार्थियों ने सार्स-सीओवी-2-संक्रमण के बाद फेफड़े की कोशिकाओं में जैव-रासायनिक प्रतिक्रिया की दर में होने वाले बदलावों का अनुमान लगाने के लिए एक प्रारूप विकसित किया है।
संस्थान के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि यह शोध वायरस से फैलने वाली महामारी से निपटने के लिए बेहतर उपचार पद्धति विकसित करने में मदद करेगा।
उन्होंने बताया कि आईआईटी खड़गपुर के शोधार्थियों ने ,पहली बार, वायरस से फेफड़े की कोशिकाओं के प्रभावित होने के बाद उनमें जैव-रासायनिक प्रतिक्रिया की दर में होने वाले बदलावों का पता लगाया है।
स्कूल ऑफ एनर्जी ऐंड इंजीनियरिंग, आईआईटी खड़गपुर, के सहायक प्राध्यापक डॉ अमित घोष ने कहा, ‘‘अपनी पद्धति का उपयोग कर हमने सार्स-सीओवी-2 संक्रमण के मामले में रोगग्रस्त और सामान्य जैव-रासायनिक स्थिति का अवलोकन किया...। ’’
यह अध्ययन अंतरराष्ट्रीय जर्नल पीएलओएस कंप्युटेशनल बॉयोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।
एक अन्य शोधार्थी पीयूष नंदा (फिलहाल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी) से स्नातक के छात्र) ने कहा, ‘‘हमारे अध्ययन में हमने इसकी माप की कि किस तरह से हजारों की संख्या में या कहीं अधिक जटिल रासायनिक प्रतिक्रियाएं बदलती हैं, जब जैविक कोशिकाओं में सार्स-सीओवी-2 जैसा बिना बुलाया मेहमान घुसपैठ करता है।
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