बिहार में जारी कोरोना के कहर से न केवल आम और खास बल्कि धरती पर भगवान समझे जाने वाले डॉक्टर भी इससे असमय काल-कलवित हो रहे हैं। लोगों की जान बचाने वाले डॉक्टरों की जान भी खतरे में हैं। कोरोना से बिहार के सैकडों डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हैं।
कोरोना संक्रमण से अब तक प्रदेश में 98 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। बताया जाता है कि पटना के तीन बडे डॉक्टर की अभी जान संकट में है। पटना के तीन कार्डियोलॉजिस्ट आईजीआईसी में डॉ। राधा शरण , डॉ। अबु फैज और डॉक्टर प्रभात की स्थिति नाजुक बनी हुई है। आईजीआईसी में कार्डियोलॉजिस्ट रहे डॉ। राधा शरण पिछले 15 दिनों से पटना के उदयन हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
आईजीआईसी के दुसरे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। अबु फैज की भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वे भी ऑक्सीजन पर हैं। वहीं जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। प्रभात कुमार पिछले कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार हैं। पटना के मेडिवर्सल हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। लेकिन स्थिती को बिगडते देख उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद ले जाया गया है।
हैदराबाद के डॉक्टरों की एक टीम उनके ईलाज के लिए पटना आई थी और अपने साथ अत्याधुनिक मशीन भी वहां से लाई थी। लेकिन सोमवार को उनकी स्थिति काफी नाजुक होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर ही उन्हें हैदराबाद ले जाना पडा। वह कोरोना से संक्रमित हो गये थे और उनका फेफडा ठीक से काम नही कर रहा था।