महाराष्ट्र: कोरोना लॉकडाउन में मालवाहकों, कच्चा माल, मजदूर और कमर्चारियों की कमी, लगभग 30 करोड़ रुपए का दाल उद्योग प्रभावित

By शिरीष खरे | Published: April 26, 2020 02:45 PM2020-04-26T14:45:16+5:302020-04-26T14:45:16+5:30

कोरोना के चलते भारत में अर्थव्यवस्था खराब कर हो गई है. विशेषज्ञों की मानें तो मार्च महीने में निर्यात में 34.57 फीसदी की कमी आई है. ऐसी स्थिति ने जलगांव के दाल उद्योग को और पीछे धकेल दिया है.

Corona crisis in Maharashtra: Jalgaon pulses industry around Rs 30 crore affected, due to Shortage of freight, raw materials, laborers | महाराष्ट्र: कोरोना लॉकडाउन में मालवाहकों, कच्चा माल, मजदूर और कमर्चारियों की कमी, लगभग 30 करोड़ रुपए का दाल उद्योग प्रभावित

देश भर में लागू लॉकडाउन ने जलगांव के दाल उद्योग को और पीछे धकेल दिया है.

Highlightsकोरोना वायरस के कारण देश में सबकुछ बंद है. जलगांव जिले में लगभग 30 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है.

जलगांव: कोरोना संकट के दौर में खानदेश के दाल उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो गया है. यहां दाल निर्यात की प्रक्रिया लगभग ठप है. महाराष्ट्र में जलगांव जिला दाल मिल ऑनर्स एसोसिएशन के मुताबिक लॉकडाउन के बाद अब तक महज जलगांव जिले में लगभग 30 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है. इसके पीछे वजह है लॉकडाउन के बाद मालवाहन, कच्चा माल, मजदूर और कर्मचारियों की कमी होना.

एक समय था जब दाल निर्यात के मामले में जलगांव जिला बहुत आगे था. इसकी समृद्धि का अनुमान इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि कुछ वर्ष पहले इस जिले में करीब दो सौ दाल उद्योग थे. आज इनकी संख्या महज 80 से 90 के बीच रह गई है. ऐसी स्थिति में इस वर्ष कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के कारण देश भर में लागू लॉकडाउन ने जलगांव के दाल उद्योग को और पीछे धकेल दिया है. यही वजह है कि पिछले आठ से नौ सप्ताह दाल निर्यात की प्रक्रिया प्रभावित होने से जलगांव जिले के दाल उद्योग को हर दिन करीब 80 हजार रूपये का घाटा उठाना पड़ रहा है.

प्रश्न है कि दाल जीवनावश्यक वस्तुओं में शामिल है तो दाल उद्योग किस प्रकार प्रभावित हो रहा है? इस बारे में जिला जलगांव दाल मिल आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम कोगटा कहते हैं कि दाल उद्योग के लिए लगने वाला कच्चा मार्ग जहाजों से मुंबई के रास्ते आता है. फिर, वहां से कच्चा माल मालवाहकों के द्वारा जलगांव आता है. पर, यातायात अभी भी सुचारु रूप से संचालित नहीं हो सकी है.

साथ ही, हर वर्ष होली के त्यौहार पर बड़ी संख्या में मजदूर और कर्मचारी अपने घर चले जाते हैं. पर, इस बार कोरोना के डर से वे अपने घरों से नहीं लौटे. वहीं, जलगांव जिला दाल मिल आनर्स एसोसिएशन के सदस्य गोविन्द मणियार बताते हैं कि यदि मजदूर और कर्मचारी नहीं होंगे. मालवाहक, मालवाहन और कच्चा माल की भी कमी होगी तो दाल उद्योग कैसे पहले की स्थिति में लौट सकेगा. उन्हें लगता है कि दाल उद्योग के लिए स्थितियां सामान्य होने में अभी कई दिन और लगेंगे.

Web Title: Corona crisis in Maharashtra: Jalgaon pulses industry around Rs 30 crore affected, due to Shortage of freight, raw materials, laborers

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