मध्य प्रदेश में 1 जुलाई से प्रदेश में 'किल कोरोना' अभियान, डोर-टू-डोर होगा सर्वे

By शिवअनुराग पटैरया | Published: June 30, 2020 06:22 PM2020-06-30T18:22:47+5:302020-06-30T18:23:02+5:30

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना वायरस को समाप्त कर ही चैन की सांस लूँगा, इसे अमली जामा पहनाने के लिए राज्य सरकार के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य मिशन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अल्प अवधि में ही यह तैयारी की गई है.

corona campaign in Madhya Pradesh from July 1, door-to-door survey will be done | मध्य प्रदेश में 1 जुलाई से प्रदेश में 'किल कोरोना' अभियान, डोर-टू-डोर होगा सर्वे

किल कोरोना अभियान' में डोर-टू-डोर सर्वे के लिए पूरे प्रदेश में 11 हजार 458 सर्वे टीम लगाई जायेंगी

Highlightsमध्य प्रदेश में 1 जुलाई से 15 दिवसीय 'किल कोरोना अभियान' चलाया जायेगा. अभियान 15 जुलाई तक चलेगा.

भोपाल: कोविड-19 के व्यापक सवेर्लेन्स के लिए प्रदेश भर में 1 जुलाई से 15 दिवसीय 'किल कोरोना अभियान' चलाया जायेगा.  अभियान 15 जुलाई तक चलेगा. प्रदेश के सभी जिलों में वायरस नियंत्रण और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान में सरकार और समाज साथ-साथ कार्य करेंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आमजनों से अपील की है कि 'किल कोरोना अभियान' में घर-घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें. सर्दी- खांसी जुकाम के साथ डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाए जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिलेगा.

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 दिन पहले कमिश्नर-कलेक्टर की वीडियो कान्फ्रेंसिंग में निर्देश दिए थे कि 'किल कोरोना अभियान' के लिए आवश्यक तैयारियाँ प्रारंभ की जाये. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि कोरोना वायरस को समाप्त कर ही चैन की सांस लूँगा, इसे अमली जामा पहनाने के लिए राज्य सरकार के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य मिशन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अल्प अवधि में ही यह तैयारी की गई है.

डोर-टू-डोर होगा सर्वे 

'किल कोरोना अभियान' में डोर-टू-डोर सर्वे के लिए पूरे प्रदेश में 11 हजार 458 सर्वे टीम लगाई जायेंगी. प्रत्येक टीम को नान कान्टेक्ट थमार्मीटर, पल्स आक्सीमीटर और जरूरी प्रोटेक्टिव गियर उपलब्ध कराया जाएगा. 'किल कोरोना अभियान' में सर्वे द्वारा एस.ए.आर.आई., आई.एल.आई. के संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के संदिग्ध मरीजों को भी चिन्हांकित कर इनकी प्रविष्टि 'सार्थक एप' में की जायेगी.

3 लाख ये ज्यादा होंगे सैम्पल :

 प्रदेश भर में एस.ए.आर.आई., आई.एल.आई. सर्वे के बाद चिन्हित संदिग्धों के 3 लाख से ज्यादा सैम्पल लिये जायेंगे. रोजाना 21 हजार टेस्ट किये जाने की क्षमता विकसित की जा रही है. कोरोना अभियान' के बाद प्रदेश में टेस्ट प्रति मिलियन की संख्या 4022 से बढ़कर 7747 हो जाने की संभावना है, जो कि राष्ट्रीय औसत से अधिक होगी.

Web Title: corona campaign in Madhya Pradesh from July 1, door-to-door survey will be done

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