‘लव जिहाद’ का जिक्र करनेवाली केरल के चर्च डायोसी की पुस्तिका से विवाद, विरोध के बाद खेद व्यक्त किया
By भाषा | Updated: September 16, 2021 16:45 IST2021-09-16T16:45:30+5:302021-09-16T16:45:30+5:30

‘लव जिहाद’ का जिक्र करनेवाली केरल के चर्च डायोसी की पुस्तिका से विवाद, विरोध के बाद खेद व्यक्त किया
कोझिकोड (केरल), 16 सितंबर पाला बिशप जोसेफ कल्लारंगत की ‘नार्कोटिक एवं लव जिहाद’ संबंधी टिप्पणी से उठे विवाद के बीच अब केरल के एक और चर्च डायोसी की एक पुस्तिका से विवाद खड़ा हो गया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि ईसाई लड़कियों को फंसाने के लिए नौ चरणों में कथित ‘लव जिहाद’ का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
साइरो मालाबार चर्च के अधीन आने वाले थमारासेरी डायोसी ने दसवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए प्रकाशित की गई ईसाई धर्म से संबंधित पुस्तिका में कथित लव जिहाद का जिक्र किया है।
कई मुस्लिम संगठनों के विरोध और सरकार से पुस्तिका को जब्त किए जाने की मांग के बाद चर्च के अधिकारियों ने बुधवार को खेद व्यक्त किया और कहा कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं है तथा पुस्तिका केवल ईसाई धर्म से जुड़े युवाओं पर केंद्रित है।
बयान में कहा गया कि डायोसी किसी भी धर्म या पंथ से भेदभाव नहीं करता और न ही कोई असहिष्णुता रखता है।
डायोसी के तहत ईसाई धर्म विभाग के निदेशक जॉन पल्लीकाव्यालिल ने कहा, ‘‘यह किताब किसी धर्म या पंथ के प्रति घृणा के उद्देश्य से प्रकाशित नहीं की गई है और केवल समुदाय की लड़कियों को शोषण से बचाने के लिए है।’’
पुस्तिका 130 पन्नों की है जिसमें कहा गया है कि ‘लव जिहाद’ एक हकीकत है और इसे नौ चरणों में क्रियान्वित किया जा रहा है।
इसमें कथित लव जिहाद में फंसने से बचने के लिए ईसाई समुदाय की लड़कियों के लिए कुछ उपाय भी सुझाए गए हैं।
पुस्तिका में यह भी कहा गया है कि ईसाई लड़कियों को फंसाने के लिए मुस्लिम धर्म गुरु जादू-टोना जैसी चीजें करते हैं।
इसमें आरोप लगाया गया है कि पेन, रुमाल, बाल या लड़कियों से संबंधित अन्य चीजें एकत्र कर काला जादू किया जा रहा है।
डायोसी ने हालांकि अपने प्रेस वक्तव्य में आग्रह किया है कि सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने के प्रयासों पर नजर रखी जानी चाहिए, लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा है कि कुछ समय से ‘‘सेक्स आतंकवाद’’ से जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं जिनमें ईसाई लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है।
बयान में इसने आरोप लगाया कि चर्च की जांच में पाया गया है कि ‘प्रेम विवाह’ के नाम पर सैकड़ों ईसाई लड़कियों का यौन शोषण और अन्य तरह का उत्पीड़न किया गया है।
समस्त राइट्स प्रोटेक्शन काउंसिल सहित विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने संबंधित पुस्तिका को लेकर विरोध किया है और सरकार से इसे जब्त करने की मांग की है।
इससे पहले, बिशप जोसेफ कल्लारंगत ने एक प्रार्थना सभा में कहा था कि केरल में दूसरे समुदायों, खासकर ईसाई समुदाय की लड़कियों को फंसाने तथा धर्मांतरण के लिए ‘नार्कोटिक एवं लव जिहाद’ चलाया जा रहा है।
उनकी इस टिप्पणी से बड़ा विवाद खड़ा हो गया था।
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