कैदियों को अदालत ले जाते कांस्टेबल ने पी शराब, दो निलंबित
By भाषा | Published: October 7, 2019 08:56 PM2019-10-07T20:56:24+5:302019-10-07T20:56:24+5:30
बिल्हा न्यायालय के लिए जा रहे वाहन में मारपीट, लूट, छेड़खानी और बलवा के आरोपी पांच कैदी थे। अग्रवाल ने बताया कि न्यायालय जाने के दौरान रास्ते में वाहन को रोककर सभी सिपाही पास के एक होटल में चले गए। वहीं, आरक्षक दिलीप और नान्हुराम ने पास की शराब दुकान से शराब ली और कोने में बैठकर पी ली।
बिलासपुर केंद्रीय जेल से कैदियों को न्यायालय में पेशी के लिए ले जा रहे दो आरक्षकों ने रास्ते में शराब पी ली। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने दोनों को निलंबित कर दिया। जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने सोमवार को यहां बताया कि गत शुक्रवार को केंद्रीय जेल बिलासपुर में संगीन मामलों में बंद विचाराधीन कैदियों को बिल्हा व्यवहार न्यायालय में ले जाने की जिम्मेदारी प्रधान आरक्षक राजेंद्र सिंह और आरक्षक रवि वानखेड़े, दिलीप वैष्णव तथा नान्हुराम डहरिया को दी गई थी।
बिल्हा न्यायालय के लिए जा रहे वाहन में मारपीट, लूट, छेड़खानी और बलवा के आरोपी पांच कैदी थे। अग्रवाल ने बताया कि न्यायालय जाने के दौरान रास्ते में वाहन को रोककर सभी सिपाही पास के एक होटल में चले गए। वहीं, आरक्षक दिलीप और नान्हुराम ने पास की शराब दुकान से शराब ली और कोने में बैठकर पी ली।
उन्होंने बताया कि आरक्षकों की शराब पीने की घटना का किसी व्यक्ति ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कैदियों को वापस जेल दाखिल कराने के बाद प्रधान आरक्षक ने रोजनामचा में उल्लेख किया था कि पेशी के दौरान दो सिपाही कहीं चले गए थे और जब वे वापस आए तो वे शराब के नशे में थे।
अग्रवाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद इसे गंभीरता से लिया गया और मामले की जांच की गई। जांच के बाद दोनों आरोपी सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। मामले की विभागीय जांच भी की जा रही है।