'टूट सकता हूँ , झुकूँ गा नहीं; फर्रुखाबाद लोकसभा सीट सपा के खाते में जाने के बाद कांग्रेस के सलमान खुर्शीद का छलका दर्द
By रुस्तम राणा | Published: February 23, 2024 09:25 PM2024-02-23T21:25:35+5:302024-02-23T21:27:31+5:30
सलमान खुर्शीद ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि उन्हें कितनी बार निर्वाचन क्षेत्र से अपना रिश्ता साबित करना होगा। उन्होंने बगावती सुर में बोलते हुए कहा कि वह किस्मत के फैसले के आगे कभी नहीं झुके और इस बार भी नहीं झुकेंगे।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने आगामी संसदीय चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप देते समय फर्रुखाबाद लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी (सपा) के पास जाने पर शुक्रवार को अपना असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि उन्हें कितनी बार निर्वाचन क्षेत्र से अपना रिश्ता साबित करना होगा। उन्होंने बगावती सुर में बोलते हुए कहा कि वह किस्मत के फैसले के आगे कभी नहीं झुके और इस बार भी नहीं झुकेंगे।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में हिंदी में कहा, "फ़र्रुख़ाबाद से मेरे रिश्तों के कितने इम्तिहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तक़ाबिल का है, आने वाली नस्लों का है। किस्मत के फैसलों के सामने कभी झुका नहीं । टूट सकता हूँ , झुकूँ गा नहीं। तुम साथ देनेका वादा करो, मैं नघमे सुनाता रहूँ।'' कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद आलम खान के बेटे और भारत के तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के पोते सलमान खुर्शीद फर्रुखाबाद क्षेत्र से हैं।
पेशे से वकील और लेखक, खुर्शीद 1991 और 2009 में फर्रुखाबाद से सांसद चुने गए थे। उनके पिता ने भी वर्ष 1984 में निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। खुर्शीद ने विदेश मंत्री, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी काम किया है। मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-द्वितीय केंद्र सरकार में कानून और न्याय।
फ़र्रुख़ाबाद से मेरे रिश्तों के कितने इम्तहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तक़ाबिल का है, आने वाली नस्लों का है। क़िस्मत के फ़ैसलों के सामने कभी झुका नहीं । टूट सकता हूँ , झुकूँ गा नहीं। तुम साथ देनेका वादा करो, मैं नघमे सुनाता रहूँ
— Salman Khurshid (@salman7khurshid) February 23, 2024
इस बीच, आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस और सपा के बीच घोषित सीट-बंटवारे समझौते के अनुसार, उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से सपा 63 सीटों पर और कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सपा की राज्य इकाई के प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि कांग्रेस रायबरेली, अमेठी, वाराणसी, कानपुर शहर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया से चुनाव लड़ेगी।