नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को गुरुवार को सूरत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने मानहानि मामले में 2 साल कैद की सजा सुनाई है। हालांकि सजा सुनाने के बाद कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई और अपने फैसले पर 30 दिनों तक रोक लगा दी है। राहुल गांधी को उनकी कथित 'मोदी सरनेम' टिप्पणी को लेकर दायर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया है। कोर्ट से सजा मिलने के बाद राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक वाक्य को ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन। - महात्मा गांधी।"
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सांसद और उनकी पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी को अपशब्द बोलने की आजादी चाहती है। बीजेपी की ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, राहुल गांधी कहते हैं कि वह सत्य और अहिंसा में विश्वास करते हैं। क्या सत्य और अहिंसा में विश्वास करना लोगों को अपमानित करना है? देश को गाली सूचक गाली देना है?
उन्होंने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी को अपनी जिद से लोगों को अपमानित करने का अधिकार है। गाली देने का अधिकार है तो जो उनकी गाली से पीड़ित हैं उन्हें कोर्ट में मानहानि का मुकदमा भी करने का अधिकार है। लेकिन कांग्रेस पार्टी को इसमें भी परेशानी है। वो लोग चाहते हैं चाहते हैं कि राहुल गांधी को अपशब्द बोलने की पूरी आजादी हो।
उधर, कोर्ट द्वारा सजा सुनाई जाने के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, सबको पता है राहुल गांधी जी तानाशाह के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। गलत को गलत कहने का साहस दिखा रहे हैं। इस साहस से तानाशाह घबराया हुआ है। कभी ED, कभी पुलिस, कभी केस, कभी सजा से डराने में जुटा है। राहुल गांधी जी इस मामले में न्यायसंगत अपील दायर करेंगे। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।