"कांग्रेस 'भारत माता की जय' बोलना सीख ले नहीं तो पतन तय है", भाजपा नेता दिलीप घोष ने राहुल गांधी के 'अडानी की जय' वाली टिप्पणी पर किया पलटवार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: November 20, 2023 13:04 IST2023-11-20T13:01:36+5:302023-11-20T13:04:55+5:30
बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने राहुल गांधी की उस टिप्पणी पर पलटवार किया, जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि पीएम मोदी 'अडानी की जय' बोल रहे हैं। दिलीप घोष ने कहा कि कांग्रेस को सीखना होगा 'भारत माता की जय' कहना, नहीं तो उनका पतन निश्चित है।

फाइल फोटो
पश्चिम मेदिनीपुर: भारतीय जनता पार्टी के सांसद दिलीप घोष ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी को लेकर आलोचना की, जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री को 'भारत माता की जय' के बजाय 'अडानी जी की जय' कहना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, ''कांग्रेस को सीखना होगा 'भारत माता की जय' कहना, नहीं तो उनका पतन निश्चित है।''
घोष ने यह बात पश्चिम मेदिनीपुर जिले में छठ घाट पर पूजा करने के बाद कही। भाजपा नेता घोष ने छठ उत्सव पर आज सुबह कंसाबती नदी पर उगते सूरज को 'अर्घ्य' दिया। उसके बाद उन्होंने ढोल भी बजाया और छठ घाट पर आए श्रद्धालुओं को चाय-बिस्किट भी खिलाया।
इस मौके पर दिलीप घोष समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, ''यहां कोई कानून-व्यवस्था नहीं है, कानूनी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और रोजाना खून-खराबा हो रहा है। आज तो लोगों की जान भी जा रही है। राज्य में क्या आम जनता, यहां तो नेता और विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं।"
उन्होंने मुख्यमंत्री बनर्जी पर आगे हमला करते हुए कहा, "ममता बनर्जी ने 2 महीने से अपना घर नहीं छोड़ा है। उनकी पार्टी की हालत बुहत खराब है। नेता जेल जा रहे हैं और तृणमूल के लोग भगवान की दया पर रह रहे हैं।"
मालूम हो कि सोमवार की सुबह देश भर में महापर्व छठ के मौके पर भक्तों ने उगते सूर्य को दूसरा 'अर्घ्य' दिया, जो 4 दिवसीय छठ पूजा उत्सव के समापन का प्रतीक है। वहीं बीते रविवार शाम को भक्तों ने पहला अर्ध्य दिया था।
छठ पूजा हर साल बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बंगाल जैसे राज्यों में बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। हालाँकि, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी इसे पूरे उल्लास के साथ मनाया जाता है, जहाँ उपरोक्त राज्यों के लोगों का एक बड़ा वर्ग रहता है।