जयराम रमेश और शशि थरूर के खिलाफ पार्टी के बड़े नेताओं ने खोला मोर्चा, कार्रवाई की उठाई मांग
By शीलेष शर्मा | Updated: August 29, 2019 06:13 IST2019-08-29T06:13:00+5:302019-08-29T06:13:00+5:30
जयराम रमेश ने पिछले दिनों एक बयान जारी कर कहा था कि हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करना ठीक नहीं है और उन्हें खलनायक के रुप में पेश नहीं किया जाना चाहिए.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से शशि थरूर और जयराम रमेश के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, इस मांग के पीछे पार्टी नेताओं की दलील है कि इन दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर पार्टी की छवि को ना केवल धूमिल किया है बल्कि पार्टी को नीचे दिखाने का काम किया है.
गौरतलब है कि जयराम रमेश ने पिछले दिनों एक बयान जारी कर कहा था कि हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करना ठीक नहीं है और उन्हें खलनायक के रुप में पेश नहीं किया जाना चाहिए.
जयराम रमेश के बयान को शशि थरुर और अभिषेक मनु सिंघवी ने सही ठहराते हुए उसकी तस्दीक कर डाली. जिससे पार्टी के नेता खासे नाराज है. राज्यसभा में पार्टी के उप नेता आनंद शर्मा ने दलील दी कि प्रधानमंत्री की आलोचना कांग्रेस नहीं कर रही है बल्कि भाजपा और मोदी सरकार लगातार कांग्रेस नेताओं की आलोचना में जुटी है वह जवाहरलाल नेहरू सरीखे नेताओं तक को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे है साथ ही इंदिरा, राजीव गांधी जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया उनकी छवि को भी धूमिल करने में जुटी है.
आंनद शर्मा ने माना कि कांग्रेस इकलौता लोकतांत्रिक पार्टी है जहां सभी नेताओं को अपनी निजी राय देने का अधिकार है लेकिन यदि विपक्ष ही सरकार की तारीफ करने लगेगा तो लोकतंत्र बर्बाद हो जाएगा.
आनंद शर्मा के साथ-साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोईली ने भी जयराम और थरूर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उन्होंने जयराम के बयान को अत्यंत अशोभनीय और बीजेपी से समझौता करने वाला बताया. उनका मानना था कि जो नेता ऐसा बयान दे रहा है वह कांग्रेस की बात नहीं कर रहा. जब कांग्रेस सत्ता में थी उन्होंन मंत्री पद का सुख भोगा और आज जब विपक्ष में तब सरकार के साथ पेंग बढ़ा रहे है.
मोईली ने जयराम रमेश की आलोचना की कि यूपीए दो में सरकार की नीतियों के पालन में जो देरी हुई उसके लिए जयराम रमेश जिम्मेदार है वहीं थरूर उलटे सीधे बयान देते रहते है उनके बयानों को गंभीरता से नही लिया जाना चाहिए.
इधर केरल कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने थरूर की टिप्पणी पर उनको नोटिस जारी कर कांगे्रस अध्यक्ष को पत्र लिखा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर थरूर के खिलाफ कार्यवाही की जाए.