महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर होंगे नाना पटोले, BJP उम्मीदवार किशन कथोरे ने लिया नाम वापस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 1, 2019 10:20 AM2019-12-01T10:20:09+5:302019-12-01T10:28:00+5:30
उद्धव सरकार में कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने कहा, अब अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नाना पटोले महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर होंगे। शनिवार को भाजपा ने किशन कथोरे को प्रत्याशी बनाया था, हालांकि पार्टी ने नाम वापस ले लिया है। महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, पार्टी ने कल महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए किशन कठोरे को नामित किया था। लेकिन अनुरोध के बाद हमने कठोरे की उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया है।
Chandrakant Patil, Maharashtra BJP President: BJP had nominated Kisan Kathore for the post of Maharashtra Assembly Speaker, yesterday. But, after incumbents' request, we have decided to withdraw Kathore's candidature. pic.twitter.com/jQiOvd1PUB
— ANI (@ANI) December 1, 2019
एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने कहा, पहले विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए विपक्ष ने भी फार्म भरा था, लेकिन अन्य विधायकों के अनुरोध और विधानसभा की गरिमा को बनाए रखने के लिए उन्होंने नाम वापस ले लिया। अब अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होना है।
Chagan Bhujbal, NCP on Maharashtra Assembly Speaker Election: Earlier, Opposition also filled form for the post of Assembly Speaker, but after request by other MLAs and to keep dignity of Assembly intact, they have taken back the name. Now, election of Speaker to happen unopposed pic.twitter.com/V1FUeThMnK
— ANI (@ANI) December 1, 2019
अहम मंत्रालयों पर अब तक नहीं बनी सहमति
उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को 6 मंत्रियों संग शपथ ली थी। हालांकि अब तक तीनों दलों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हो सका है। इसी के चलते अभी तक सरकार के विस्तार पर भी फैसला नहीं हो सका है। गृह मंत्रालय, शहरी विकास, रेवेन्यू जैसे अहम मंत्रालयों पर तीनों ही दलों की दावेदारी है और अब तक इस पर सहमति नहीं बनी है।
22 के बाद उपमुख्यमंत्री पर फैसला
कांग्रेस ने भले ही विधानसभा अध्यक्ष पद लेने पर सहमति जता दी है, लेकिन उपमुख्यमंत्री पद को लेकर अब तक फैसला नहीं हो सका है। एनसीपी के अनुसार यह फैसला 22 दिसंबर के बाद होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, उपमुख्यमंत्री का पद राकांपा के पास है और हम इसे 22 दिसंबर के बाद भरेंगे, जब विधानसभा का सत्र समाप्त हो जाएगा।
कहा जा रहा है कि फड़नवीस संग अचानक उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है, लेकिन अब तक इस पर राकांपा ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। राकांपा में इस पर मतभेद हैं, जयंत पाटील भी इस रेस में बताए जा रहे हैं।