नई दिल्ली: चुनावों की गहमा गहमी के बीच कांग्रेस नेतृत्व पार्टी के संघटन को मजबूत करने और आंतरिक गुटबाजी पर अंकुश लगाने की तैयारी कर रहा है। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही पार्टी आलाकमान बड़े स्तर पर बदलाव करने की तैयारी में है। इस क्रम में राजस्थान का नाम सबसे ऊपर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच नेतृत्व को लेकर चल रही खींचतान को समाप्त करने के इरादे से पार्टी राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी सचिन पायलट को दे कर अशोक गहलोत को केंद्रीय स्तर पर संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रही है। जब सचिन पायलट से इस पर टिप्पड़ी मांगी तो उन्होंने कहा कि अपनी चिंताओं से वह नेतृत्व को अवगत करा चुके हैं। पार्टी नेतृत्व उसी दिशा में कदम उठा रहा है।
चुनावों के कारण कुछ फैसले चुनावों के बाद होने की उनको उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि अगले वर्ष 2023 में राजस्थान विधानसभा के चुनाव होने हैं पार्टी का मानना है कि इस बदलाव से एक तरफ सत्ता विरोधी माहौल को रोका जा सकेगा तो दूसरी तरफ एक साल में नई जिम्मेदारी संभालने वाले को पर्याप्त समय भी मिल सकेगा।
दरअसल पायलट और गहलोत के बीच लंबे समय से 36 का आंकड़ा बना हुआ है जिससे नाराज़ हो कर पिछले दिनों सचिन ने बगावत कर दी थी लेकिन प्रियंका और राहुल के हस्तक्षेप के बाद उनको मना लिया गया था।