दमोहः कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को पन्ना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पटेरिया के खिलाफ पन्ना के पवई में उनके कथित 'मोदी को मारो' वाले बयान के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। पटेरिया पर आईपीसी की धारा 451, 504, 505 (1)(बी), 505 (1)(सी), 506, 153-बी (1)(सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कांग्रेस नेता को आज सुबह दमोह जिले के हट्टा स्थित उनके आवास से हिरासत में लिया गया। राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कांग्रेस नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। रविवार को पवई रेस्ट हाउस में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित मंडलम सेक्टर अध्यक्षों की बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री पटेरिया ने कथित तौर पर विवादित टिप्पणी की थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
सोशल मीडिया पर सोमवार सुबह सामने आए एक वीडियो में पटेरिया को कांग्रेस कार्यकर्ताओं से यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘मोदी चुनाव खत्म कर देंगे। मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर (लोगों को) बांट देंगे। दलितों का, आदिवासियों का, अल्पसंख्यकों का भावी जीवन खतरे में है। संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो। हत्या का मतलब है, हराने का काम करो।’’
भाजपा नेताओं ने डीजीपी को लिखे खत में क्या कहा?
डीजीपी को लिखे पत्र में भाजपा नेताओं ने कहा, ''मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता पन्ना के एक गांव में खुले संबोधन में प्रधानमंत्री को जान से मारने की अपील करते नजर आ रहे हैं।'' प्रधानमंत्री को मारने की इस तरह की अपील से पता चलता है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है और मध्य प्रदेश में अराजकता फैलाने और दंगा भड़काने की साजिश है।"
पत्र में आगे लिखा गया है, "ऐसा लगता है कि यह पीएम मोदी को मारने की साजिश रचने और राज्य में नक्सलवाद को बढ़ावा देने का प्रयास है।"
पटेरिया ने क्या दी सफाई?
पटेरिया ने एक स्पष्टीकरण में कहा, "मैं गांधी जी का अनुयायी हूं और गांधी के अनुयायी हत्या के बारे में बात नहीं कर सकते। वीडियो का गलत अर्थ निकाला गया है। अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों की रक्षा और बेरोजगारी को दूर करने के लिए। हत्या के बारे में मेरी मंशा को गलत तरीके से पेश किया गया है।"