नई दिल्लीः महाराष्ट्र में कई दिन से राजनीति असंतोष तेज हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शरद पवार के आवास पर भेंट की। बैठक के दौरान पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले सहित कई नेता मौजूद रहे। पवार के भतीजे अजित पवार ने एनसीपी तोड़कर शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि पवार के आवास पर इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने उनके साथ एकजुटता प्रकट की। पवार के भतीजे अजित पवार और राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन सरकार में शामिल हो गये और उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली थी। अजित पवार उप मुख्यमंत्री बने हैं।
अजित पवार गुट ने राकांपा के नाम और चुनाव चिन्ह (घड़ी) पर दावा भी पेश कर दिया है। इस गुट का दावा है कि उसके पास 40 से अधिक विधायकों का समर्थन है। महाराष्ट्र विधानसभा में राकांपा के 53 सदस्य हैं। दूसरी तरफ, शरद पवार का कहना है कि वह ही राकांपा के अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी का नाम एवं चुनाव चिन्ह कोई नहीं छीन सकता।
NCP (शरद पवार गुट) सोनिया दूहन ने कहा कि राहुल गांधी जी पवार साहब से मिलने आए थे और उन्होंने कहा है कि उनका पूरा समर्थन शरद पवार जी के साथ है। शरद पवार जी जैसे भी कहेंगे वे हमको समर्थन देने को तैयार है। कांग्रेस और विपक्षी की सारी पार्टी हमारे साथ खड़ी हैं। हमारी कार्यकारिणी बैठक में निष्कासित किए विधायकों को छोड़कर सभी उपस्थित थे।
एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर पीसी चाको ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय कमेटी तालकटोरा स्टेडियम में मिली थी, जिसमें शरद पवार जी को राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित किया है। पार्टी की 27 इकाइयां हैं। इन सभी 27 राज्य इकाइयों ने NCP के साथ रहने की बात कही है। किसी भी एक इकाई ने यह नहीं कहा कि वह शरद पवार के साथ नहीं हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्य समिति ने प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और एनडीए से हाथ मिलाने वाले 9 विधायकों को निष्कासित करने के शरद पवार के फैसले को मंजूरी दी है। NCP के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि मुझे खुशी है कि जिन लोगों को निष्कासित किया, उनको छोड़कर बाकि अन्य लोग इतने कम समय में बैठक के लिए आए।
पवार ने कहा कि हमारे सभी साथियों की मानसिकता पार्टी को मजबूती से आगे ले जाने की रही। मुझे खुशी है कि आज की बैठक हमारा हौसला बढ़ाने के लिए मददगार होगी, मैं ही NCP का अध्यक्ष हूं, अगर कोई ऐसा दावा कर रहा है तो उसमें कोई सच्चाई नहीं है।
यह जो भी कुछ हो रहा है उससे मुझे खुशी है क्योंकि जिन्होंने लोगों को वादा कर उनके वोट हासिल करने के बाद गलत रास्ते पर गए उनको इसकी ज़बरदस्त कीमत देनी पड़ेगी। राज्य की स्थिति बदलेगी। वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना को महाराष्ट्र की जनता हुकूमत देगी।