कांग्रेस नेता नाना पटोले ने शरद पवार-अजित पवार के बीच हुई 'गुप्त बैठक' पर उठाया सवाल, बोले- "यह चिंता का विषय है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 16, 2023 10:27 AM2023-08-16T10:27:10+5:302023-08-16T10:32:07+5:30
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच हुई "गुप्त बैठक" पर चिंता जताई है।
मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच "गुप्त रूप से" होने वाली बैठकों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं और दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता का विषय है।
शरद पवार की एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के तौर पर भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) को चुनौती दे रही है। ऐसे में शरद पवार का भतीजे अजित पवार से बैठक करना, महाराष्ट्र के सियासी हलके में बेचैनी पैदा कर रहा है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने शनिवार को पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''शरद पवार और अजित पवार के बीच हो रही मुलाकात हमारे लिए चिंता का विषय है और हम दोनों पवारों के बीच हो रही गुप्त बैठक से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।''
पटोले ने आगे कहा, ''हालांकि, यह मामला गंभीर है और कांग्रेस के शीर्ष नेता इस विषय पर जरूर चर्चा करेंगे और विपक्षी गठबंधन इंडिया के दल भी इस पर बात करेंगे। इसलिए मेरे लिए इस पर आगे चर्चा करना उचित नहीं होगा।”
इसके साथ ही कांग्रेस नेता पटोले ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस ने उन सभी लोगों से हाथ मिलाने का फैसला किया है, जो भाजपा का विरोध करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ''इन अटकलों में कोई सच्चाई नहीं है कि कांग्रेस शरद पवार को साथ लिए बिना लोकसभा चुनाव लड़ने की सोच रही है।''
इस बीच शरद पवार ने अपने गृह नगर बारामती में बोलते हुए अजित पवार पर परोक्ष हमला किया और कहा कि पार्टी में कुछ लोगों ने अलग रास्ता अपनाया है, लेकिन एक बार उन्हें स्थिति का एहसास हो जाएगा तो उनका रुख बदल सकता है। लेकिन यह तय है कि चाहे वे अपना रुख बदलें या न बदलें, हम अपने चुने हुए रास्ते से नहीं हटेंगे।"
उन्होंने कहा, “मैंने महाराष्ट् की जनता से से कहा है कि वे किसी को वोट दें और अब मैं उनसे किसी ऐसे व्यक्ति को वोट देने के लिए नहीं कह सकता, जिसका हमने हमेशा विरोध किया है।'' (समाचार एजेंसी पीटीआई के अनपुट के साथ)