अपने बयान को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। बुधवार को मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में भारत के आंतरिक मामलों पर चर्चा करके आलोचनाओं को आमंत्रित किया है। उन्होंने लाहौर में एक पैनल चर्चा के दौरान दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच एनपीआर और एनआरसी को लेकर मतभेद है। समाचार एजेंसी एनएनआई के मुताबिक सोमवार को मणिशंकर पाकिस्तान में एक डिबेट में शामिल हुए थे। यहां वह पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के सहयोगी भी मौजूद थे। मणिशंकर के इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है।
चर्चा के दौरान मणिशंकर ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में एनपीआर को एनआरसी लाने के रास्ते के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा 'संसद में गृह मंत्री ने कहा और लिखित में आश्वस्त भी किया कि यह एनआरसी के पहले का कदम है।'
साथ ही उन्होंने दावा किया 'इस मुद्दे को लेकर दो लोगों में दरार है जो कि देश में हिंदुत्व का चेहरा हैं। मुझे लगता है कि हमने कई चीजें होते देखी हैं, जो लोग मुझे पसंद करते हैं उन्हें लगेगा कि ये चीजें अंतरराष्ट्रीय रूप से सही नहीं है और मेरे ख्याल से मोदी इसे आसानी से जारी रख सकते हैं।'
'कातिल' बोल चर्चा में मणिशंकर अय्यर
इससे पहले मंगलवार को उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह उनके साथ हैं और देखेंगे कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस 'कातिल' का। उनके इस बयान के बाद जब मौजूद पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह 'कातिल' किसे कह रहे थे तो वह सवालों को टाल गए थे।
अय्यर दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा था कि उनके लिए वह जो कुछ भी कर सकते हैं, उसे करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा 'जो कुछ भी आपके लिए कर सकता हूं वो करने के लिए तैयार हूं, यह वायदा करता हूं, आप सबके सामने वायदा करता हूं। जो कुछ भी सहारा आप मुझसे चाहते हैं, वो मैं देने को तैयार हूं। और जो भी कुर्बानियां देनी हो, उसमें मैं भी शामिल होने को तैयार हूं। अब देखें कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का।' इससे पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 'नीच' और 'चायवाला' शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं।