Harish Rawat Tweets: कांग्रेस हाईकमान ने किया हरीश रावत समेत उत्तराखंड के सभी बड़े नेताओं को दिल्ली तलब
By रुस्तम राणा | Published: December 23, 2021 11:36 AM2021-12-23T11:36:34+5:302021-12-23T11:38:37+5:30
शुक्रवार को सभी नेताओं से आलाकमान के साथ उस विवाद को लेकर बातचीत हो सकती है, जो उत्तराखंड के चुनाव कैंपेन कमेटी के प्रभारी हरीश रावत के बुधवार के सिलसिलेवार ट्वीट्स के बाद खड़ा हुआ।
देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता हरीष रावत के ट्वीट ने पार्टी में हलचल पैदा कर दी है। हरीष रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह रावत के अलावा अन्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को हाई कमान द्वारा दिल्ली तलब किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, ये सभी नेता आज शाम को दिल्ली पहुंचेंगे और अगले दिन शुक्रवार को आलाकमान के साथ उस विवाद को लेकर बातचीत हो सकती है, जो उत्तराखंड के चुनाव कैंपेन कमेटी के प्रभारी हरीश रावत के बुधवार के सिलसिलेवार ट्वीट्स के बाद खड़ा हुआ।
बता दें कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीष रावत ने ट्विटर पर लिखा था, "चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है! "
उन्होंने आगे लिखा कि, "फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है "न दैन्यं न पलायनम्" बड़ी ऊहापोह की स्थिति में हूं, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।"
सियासी गलियारों में रावत के इस ट्वीट से माना जा रहा है कि कांग्रेस की आपसी गुटबाजी और अंतर्कलह का कारण विधानसभा चुनाव में टिकटों का बंटवारा है और उत्तराखंड कांग्रेस के दोनों प्रभावशाली गुट इसे वर्चस्व की लड़ाई बना चुके हैं। अब बात आलाकमान तक पहुंच रही है और एक बार फिर चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस के भीतर फूट साफ तौर पर सामने आ रही है।