कांग्रेस के चुनावी वादे महज वादे नहीं हैं बल्कि गारंटी हैं : राहुल गांधी ने गोवा में कहा
By भाषा | Updated: October 30, 2021 17:13 IST2021-10-30T17:13:11+5:302021-10-30T17:13:11+5:30

कांग्रेस के चुनावी वादे महज वादे नहीं हैं बल्कि गारंटी हैं : राहुल गांधी ने गोवा में कहा
पणजी, 30 अक्टूबर गोवा में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान का बिगुल फूंकते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी अपने चुनाव घोषणापत्र में जो वादे करती है, वे महज वादा नहीं है बल्कि एक ‘‘गारंटी’’ है। गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
गोवा की एक दिवसीय यात्रा पर पहुंचने के बाद दक्षिण गोवा में मछुआरा समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत करने के बाद खुले और पारदर्शी तरीके से चुनाव घोषणापत्र तैयार करेगी और इसमें पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नफरत फैलाती है और लोगों को विभाजित करती है जबकि कांग्रेस प्यार और स्नेह फैलाती है क्योंकि वह लोगों को जोड़ने और उन्हें आगे ले जाने में यकीन करती है।
गांधी ने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा और कांग्रेस के बीच क्या अंतर है। कांग्रेस भारत के लोगों को एकजुट करने और उन्हें आगे ले जाने में विश्वास करती है।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा की नफरत का कांग्रेस का जवाब प्यार और स्नेह है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी वे नफरत फैलाते हैं और लोगों को बांटते हैं तो हम प्यार और स्नेह फैलाते हैं। मैं यहां आपका और अपना वक्त बर्बाद करने के लिए नहीं आया हूं। आपका और मेरा दोनों का वक्त महत्वपूर्ण है । हम आपसे घोषणापत्र में जो वादा करेंगे वह महज कोई वादा नहीं होगा बल्कि गारंटी होगी।’’
गांधी ने कांग्रेस के आश्वासनों के बारे में मछुआरों से कहा, ‘‘मेरी विश्वसनीयता मेरे लिए महत्वपूर्ण है। अन्य नेताओं के विपरीत जब मैं यहां कुछ कहता हूं तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि वैसा ही हो। अगर मैं यहां आया हूं तो मैं आपसे कहता हूं कि हम कोयला हब की अनुमति नहीं देंगे और अगर मैं यह नहीं करता हूं तो अगली बार जब मैं यहां आऊंगा तो मेरी कोई विश्वसनीयता नहीं रहेगी।’’
दरअसल, मछुआरे दक्षिण पश्चिम रेलवे की दोहरी पटरी वाली परियोजना का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उनका आरोप है कि यह राज्य को कोयला हब में बदलने की कोशिश है।
गांधी ने कहा कि पार्टी ने छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ कर उनसे किए वादे पूरे किए। उन्होंने कहा, ‘‘आप पंजाब और कर्नाटक जा सकते हैं, हमने वहां भी यही (वादा पूरा) किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले चुनाव के लिए हम कांग्रेस का घोषणापत्र लिखने जा रहे हैं। यह खुले और पारदर्शी तरीके से लिखा जाएगा। हम गोवा में मछुआरों, पर्यावरणविदों, कार्यकर्ताओं, मजदूरों से बातचीत करेंगे और उनसे पूछेंगे कि वे कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या चाहते हैं।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं आपको कांग्रेस के घोषणापत्र की चर्चा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करूंगा। पार्टी की प्रतिबद्धता है कि घोषणापत्र में जो कुछ भी शामिल किया जाता है, उसे पूरा किया जाये। मैं आपको इस तरह की बातचीत में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करूंगा ताकि हमें पता चले कि आप क्या चाहते हैं और हम इसे घोषणापत्र में डाल सकते हैं।’’
वर्ष 2017 के गोवा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 40 सदस्यीय विधानसभा में सबसे अधिक 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी और भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन भाजपा क्षेत्रीय दलों से गठबंधन करके सत्ता में आ गई थी। कांग्रेस ने भाजपा पर जनादेश की ‘‘चोरी’’ करने का आरोप लगाया था। हालांकि भाजपा ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।
गांधी ने कहा कि बातचीत के माध्यम से उन्हें कुछ मुद्दों के बारे में पता चला जो गोवा के लोगों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि यहां आपका पर्यावरण सुरक्षित रहे और गोवा कोयला हब न बने।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यहां समुद्र बहुत पसंद है। कभी-कभी, जब मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं होती है, तो वह यहां आती है। वह आपके सुंदर समुद्र और पर्यावरण का लाभ उठाती है ... हम सिर्फ गोवा के लोगों के लिए नहीं बल्कि अन्य सभी के लिए पर्यावरण की रक्षा कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि लेकिन साथ ही, विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘बड़े मछुआरों और छोटे मछुआरों के बीच संतुलन होना चाहिए, बड़े होटलों और ‘होम-स्टे’ के बीच संतुलन होना चाहिए। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि संतुलन गोवा के लोगों और विशेष रूप से गरीब लोगों के पक्ष में होना चाहिए।’’
गांधी ने कहा कि उनके अनुसार, केवल कुछ व्यवसायियों के लिए विकास नहीं होना चाहिए क्योंकि उनके पास व्यवस्था को प्रभावित करने के लिए बहुत बड़ी ताकत होती है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की भूमिका लोगों के अधिकारों की रक्षा करना है। स्वच्छ वातावरण आपका अधिकार है, आपके अधिकारों की रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है।’’
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा और कांग्रेस में क्या अंतर है। कांग्रेस भारत के लोगों को एकजुट करने और उन्हें आगे ले जाने में विश्वास करती है। हमारे लिए, हर एक भारतीय को वह अधिकार दिया जाना चाहिए जो उसका हक है।’’
गांधी ने आरोप लगाया कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि से दो-तीन व्यवसायी लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार सत्ता में थी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 140 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं। आज, यह बहुत कम है, लेकिन आप पेट्रोल और डीजल के लिए बहुत अधिक भुगतान करते हैं। आज, दुनिया में पेट्रोल पर भारत का कर सबसे अधिक है। इसलिए आप पेट्रोल के लिए ऊंची कीमत चुका रहे हैं।’’
उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पूछा, ‘‘आपको खुद से पूछना होगा कि पैसा कहां जा रहा है और वे लोग कौन हैं जिन्हें कोयला हब और पेट्रोल की कीमत से फायदा हुआ है।
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