प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजने के लिए कांग्रेस मुख्यमंत्रियों में लगी होड़, राज्यसभा सीटों के लिए इस बार होगा जबरदस्त दंगल
By शीलेष शर्मा | Published: February 19, 2020 06:25 AM2020-02-19T06:25:48+5:302020-02-19T06:25:48+5:30
इस साल अप्रैल में देश के विभिन्न राज्यों में राज्यसभा के चुनाव होने है क्योंकि इसी माह बड़ी संख्या में विभिन्न दलों के राज्यसभा सदस्य अपना कार्यकाल पूरा कर रहे है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को राज्यसभा भेजने के लिए कांग्रेस मुख्यमंत्रियों के बीच होड़ लग गई है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रस्ताव के बाद छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने अपने प्रदेश से राज्यसभा के उम्मीदवार बनाये जाने की पेशकश की है. गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पत्र लिखकर प्रियंका गांधी को राजस्थान से राज्यसभा भेजने की पेशकश कर चुके है.
अप्रैल 2020 में देश के विभिन्न राज्यों में राज्यसभा के चुनाव होने है क्योंकि इसी माह बड़ी संख्या में विभिन्न दलों के राज्यसभा सदस्य अपना कार्यकाल पूरा कर रहे है. मध्य प्रदेश से तीन सदस्य अवकाश ग्रहण करेंगे इनमें प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया भाजपा से तथा दिग्विजय सिंह कांग्रेस से शामिल है. राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटें रिक्त हो रही है जो वर्तमान में भाजपा के पास है. लेकिन विधानसभा के गणित के अनुसार कांग्रेस दो सीटों पर अपना दांव अजमा सकती है. छत्तीसगढ़ में दो स्थान रिक्त होगें जिनमें कांग्रेस के मोतीलाल वोरा और भाजपा के रणविजय सिंह जूदेव शामिल है.
मोतीलाल वोरा के अधिक उम्र होने के कारण कांग्रेस नेतृत्व उन्हें फिर से राज्यसभा भेजेगी इसको लेकर संदेह बना हुआ है. प्राप्त संकेतों के अनुसार छत्तीसगढ़ से कांग्रेस नेतृत्व इस बार दोनों सीटों पर कब्जा करने की कोशिश करेगी. हरियाणा से मात्र एक स्थान रिक्त हो रहा है जिस पर इस समय कांग्रेस का कब्जा है. कुमारी सैलजा इस सीट पर काबिज है, कांग्रेस नेतृत्व से नजदीकी होने के कारण माना जा रहा है कि कांग्रेस फिर से सैलजा को फिर से उम्मीदवार बनाएगी लेकिन वह अपना गणित किस तरह बैठाती है यह कांग्रेस की रणनीति पर निर्भर करेगा. इसी प्रकार झारखंड में दो स्थान रिक्त होगें एक आरजेडी के प्रेम गुप्ता और निर्दलीय परिमल नाथवानी के अवकाश ग्रहण करने के कारण.
कांग्रेस यहां भी जेएमएम से सहयोग लेकर एक सीट पर दावा ठोंकेगी. कर्नाटक से तीन स्थान रिक्त होगें जिनमें दो पर कांग्रेस का कब्जा है तथा एक स्थान भाजपा के पास है. कांग्रेस के जो सदस्य अवकाश ग्रहण कर रहे है उनमें राजीव गौड़ा और वी.के. हरिप्रसाद के नाम है. कांग्रेस जेडीएस के सहयोग से इन सीटों को बचाए रखने की कोशिश करेगी लेकिन दूसरी ओर भाजपा की कोशिश होगी कि दो में से एक स्थान भाजपा के खाते में आए. वर्तमान में प्रभाकर कोरे भाजपा के सांसद है.
महाराष्ट्र से सात स्थान रिक्त होने जा रहे है. इनमें कांग्रेस एक, एनसीपी दो, शिव सेना एक, आरपीआई एक, भाजपा एक और निर्दलीय एक. कांग्रेस के जो सदस्य अवकाश ग्रहण करेगें उनमें हुसैन दलवई, राकांपा के शरद पवार, माजिद मेनन, भाजपा के अमर साबले, शिव सेना के राजकुमार दूत, आरपीआई के रामदास आठवले और निर्दलीय संजय दत्त काकड़े है. भाजपा दो सीटों पर अपना कब्जा जमाएगी जबकि कांग्रेस और राकांपा अपनी -अपनी सीटों को बरकरार रखने की कोशिश करेगी. अन्य राज्यों में रिक्त होने वाले स्थान तमिलनाडु से छह, तेलंगाना से दो, पश्चिमी बंगाल से चार, उत्तराखंड से एक शामिल है.