राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस शरद पवार को बना सकती है विपक्ष का उम्मीदवार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 13, 2022 12:01 AM2022-06-13T00:01:24+5:302022-06-13T00:04:53+5:30
कांग्रेस आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार को विपक्ष का कैंडिडेट बना सकती है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की इच्छा है कि राष्ट्रपति चुनाव में शरद पवार संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बनें। वहीं शिवसेना, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दल भी शरद पवार के समर्थन में हैं लेकिन एनसीपी या शरद पवार की ओर से इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
मुंबई: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल इस जुलाई में समाप्त हो रहा है। इसलिए अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष में एक बार फिर से घमासान होने की उम्मीद जताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार को विपक्ष का कैंडिडेट बना सकती है। समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की इच्छा है कि राष्ट्रपति चुनाव में शरद पवार संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बनें। लेकिन एनसीपी या शरद पवार की ओर से इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पक्ष और विपक्ष में गहमागहमी तेज होती जा रहा है क्योंकि आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा और 21 जुलाई को इस चुनाव में मतगणना के बाद परिणाम जारी होगा और नये राष्ट्रपति के नाम का ऐलान होगा।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे हाल ही में मुंबई दौरे पर गये थे, जहां उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से लंबी मुलाकात की थी।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में शरद पवार के सामने मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रस्ताव को विस्तार से रखा। खड़गे ने पवार से कहा कि कांग्रेस चाहती है कि एनसीपी प्रमुख भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति चुनाव लड़ें।
उन्होंने शरद पवार से कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में छोटे और क्षेत्रीय दलों के वोट बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और चूंकि एनसीपी प्रमुख का सभी के साथ मधुर संबंध है। इसलिए वो इस चुनाव में आवश्यक संख्या को आसानी से हासिल कर सकते हैं। हालांकि शरद पवार ने कांग्रेस के प्रस्ताव पर न 'हां' कहा और न ही 'ना' कहा है।
बताया जा रहा है कि शरद पवार और एनसीपी इस मामले में गंभीर मंथन कर रही है। अगर उन्हें लगता है कि चुनावी गणित उनके पक्ष में बैठ सकता है तो वह मन बना सकते हैं। लेकिन इस संबंध में कोई भी निर्णय या फिर और घोषणा पार्टी बैठक के बाद ही की जाएगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुंबई यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात की और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर शरद पवार के नाम के विषय में चर्चा की।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के इस प्रस्ताव को लेकर उद्धव ठाकरे भी काफी उत्साहित हैं और वो भी शरद पवार को भारत के राष्ट्रपति के तौर पर देखना चाहते हैं। सीएम उद्धव ने कहा कि शरद पवार के पास चुनावी राजनीति का 50 साल का अनुभव है। वह चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहने के साथ देश के रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री भी रहे हैं।
इसके अलावा शरद पवार ने देश के साथ-साथ महाराष्ट्र के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इतने लंबे राजनीतिक करियर के अंत में वो राष्ट्रपति जैसे प्रतिष्ठित पद को पाने का पूरा हक रखते हैं। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने कहा कि शरद पवार अगर राष्ट्रपति चुनाव में खे होते हैं तो वह पवार के पक्ष में अन्य पार्टियों को भी फोन करेंगे।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी रविवार को कांग्रेस के संभावित प्रस्ताव पर कहा कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में शरद पवार का सभी को समर्थन करना चाहिए, वो इस देश के वयोवृद्ध राजनेता हैं।
उन्होंने कहा, 'अगर मराठी मानुष भारत के राष्ट्रपति हैं तो यह पूरे महाराष्ट्र के लिए सम्मान की बात होगी। हमने राकांपा प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में समर्थन देने का फैसला किया है।
खबरों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए शरद पवार से मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारी के लिए समर्थन देने की बात कही है।
इसके अलावा बंगाल में ममता बनर्जी ने भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए शरद पवार की उम्मीदवारी का समर्थन करते हुए उन्हें फोन किया और कहा कि तृणमूल कांग्रेस उन्हें पूरा समर्थन दे रही है।