कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी सहित कई अन्य मुद्दों पर घेरने के लिए तैयारी में जुट गई है। इसके तहत कांग्रेस ने विपक्ष की सभी पार्टियों की 4 नवंबर को बैठक बुलाई है और साथ ही उनसे अपने 10 दिनों के सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में समर्थन की मांग की है।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के अनुसार विपक्षी दलों की होने वाली बैठक में संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों खासकर अर्थव्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं पर आगे की रणनीति बनायी जाएगी।
इन मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के मकसद से कांग्रेस आने वाले दिनों में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन और देश के 35 प्रमुख शहरों में संवाददाता सम्मेलन करने जा रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस मोदी सरकार को घेरने की रणनीति को मजबूत बनाने के मकसद से दूसरे प्रमुख विपक्षी दलों को भी साथ लाना चाहती है।
बता दें कि कांग्रेस ने 1 से 8 नवंबर के बीच 35 प्रेस-कॉन्फ्रेंस करने का फैसला किया है। साथ ही कांग्रेस पार्टी 5 से 15 नवंबर के बीच विरोध प्रदर्शन भी आयोजित करेगी। योजना के अनुसार कांग्रेस के सीनियर नेता 5 से 15 नवंबर के बीच होने वाले प्रदर्शनों को संबोधित करेंगे। इसे जिला और राज्य स्तर पर आयोजित किया है। साथ ही दिल्ली में भी इसे व्यापक तौर पर आयोजित किया जाना है।
इन सभी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के महासचिवों एवं प्रभारियों की बैठक बुलाई है जिसमें अर्थव्यवस्था में सुस्ती, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों की बुरी हालत और बेरोजगारी जैसे कुछ प्रमुख मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर मंथन होगा।