कांग्रेस में नए साल में विभाजन होना तय है! 2022 में पार्टी के सामने खड़ा होगा चुनौतियों का पहाड़
By शीलेष शर्मा | Updated: December 31, 2021 21:53 IST2021-12-31T21:49:44+5:302021-12-31T21:53:40+5:30
कांग्रेस के लिए नया साल 2022 बेहद अहम रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार यह साल पार्टी की दिशा और दशा तय कर सकता है। कांग्रेस को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलने की भी उम्मीद इस साल है।

कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है साल 2022 (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: अपने वजूद को बचाये रखने के लिये संघर्ष कर रही कांग्रेस के लिये नया साल 2022 चुनौतियों भरा रहने वाला है। पार्टी को पहली परीक्षा उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा सहित चुनाव वाले राज्यों में देनी है। उत्तर प्रदेश और पंजाब में अगर कांग्रेस आशा के अनुरूप परिणाम लाने में सफल नहीं होती है तो पार्टी में एक बड़ा विभाजन होना तय है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आलाकमान के खिलाफ मुखर होने वाले तमाम बड़े नेता जिनको ग्रुप 23 का नाम दिया गया है, उनकी निगाह यूपी और पंजाब के चुनाव परिणामों पर लगी है। कांग्रेस के घटिया प्रदर्शन होने पर यह गुट बगावत का रास्ता चुन सकता है लेकिन अगर कांग्रेस पंजाब में सत्ता बचा लेती है और उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन करती है तो कांग्रेस इस विद्रोह को रोकने में कामयाब हो जायेगी।
कांग्रेस को मिलेगा पूर्णकालिक अध्यक्ष?
साल 2022 में ही पार्टी को नया पूर्णकालिक अध्यक्ष भी मिलना है। अभी तक पार्टी के पास न तो कोई पूर्णकालिक अध्यक्ष है और न ही चुनी हुयी कार्यसमिति। गांधी परिवार का वर्चस्व रहेगा कि नहीं यह भी 2022 में तय हो जाएगा।
साल 2022 के अंत में पार्टी को गुजरात, मध्य प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने की चुनौती होगी। कांग्रेस को जहां छत्तीसगढ़ में सत्ता को बरकरार रखने की चुनौती का सामना करना है तो मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा पार्टी में विद्रोह कराकर सत्ता हथियाने का बदला लेना है।
पार्टी के कमजोर संघठन की दम पर गुजरात में उसके सामने भाजपा के किले को ध्वस्त करने की भी बड़ी चुनौती होगी। वहीं, अगले लोकसभा चुनावों से पहले बिखर चुके संघठन को खड़ा कर उसे मजबूत करने की भी जरूरत पार्टी को होगी।