दिल्ली:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ब्रिटेन में अपने बयानों के जरिये लगातार मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा के वैचारिक सूत्रधार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीखी भर्त्सना कर रहे हैं। इस कारण भाजपा नेता और मोदी सरकार के मंत्री राहुल गांधी की भी जमकर मजम्मत कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि गांधी विदेशी धरती पर देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी के खिलाफ खुलकर मोर्च खोले हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर राहुल गांधी पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी का विदेश जाना और वहां जाकर अपने देश को बदनाम करना कांग्रेस और राहुल गांधी की संस्कृति है। वो नफरत फैलाना बंद करें। कांग्रेस को अपना मकसद स्पष्ट करना चाहिए। आखिर उसके पीछे उनका उद्देश्य क्या है।
केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने ब्रिटेन प्रवास के दौरान न केवल कैंब्रिज यूनिवर्सिटी बल्कि चैथम हाउस और साथ में भारतीय मूल के पत्रकारों के साथ बात करते हुए कई बार भाजपा, संघ और मौजूदा मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया और आरोप लगाया कि भारत में लोकतंत्र संकट में है। इसके अलावा राहुल गांधी ने विदेश नीति के मुद्दे पर भी अपनी राय खुलकर रखी और चीन विवाद पर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
यही कारण है कि बीते गुरुवार को केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने भी राहुल गांधी की आलोचना करते हुए उन्हें 'पप्पू' कहा था। रिजिजू सिलसिलेवार एक के बाद एक कई ट्वीट करके राहुल गांधी पर हमला किया था। रिजिजू ने कहा, "कांग्रेस के स्वयंभू युवराज ने सारी हदें पार कर दी हैं। यह आदमी भारत की एकता के लिए बेहद खतरनाक हो गया है। अब वह लोगों को भारत को विभाजित करने के लिए उकसा रहा है। भारत के सबसे लोकप्रिय और चहेते माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का एक ही मंत्र है 'एक भारत श्रेष्ठ भारत'।"
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "भारत के लोग जानते हैं कि राहुल गांधी पप्पू हैं, लेकिन विदेशी नहीं जानते कि वह वास्तव में पप्पू हैं। उनके मूर्खतापूर्ण बयानों पर प्रतिक्रिया करना आवश्यक नहीं है, लेकिन समस्या यह है कि उनके भारत विरोधी बयानों का भारत विरोधी ताकतों द्वारा देश की छवि को खराब करने के लिए दुरुपयोग किया जाता है।"
भाजपा नेताओं द्वारा राहुल गांधी पर इस तरह से हमलावर होने का मुख्य कारण लंदन के दिये गये उनके बयान हैं, जिसमें राहुल ने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की थी बल्कि उन्होंने संघ की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से करते हुए यहां तक कह दिया था कि संघ एक फांसवादी संगठन है, जो देश को नरफत और बांटने की नीति पर कार्य कर रहा है।