मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को लेकर बीजेपी पिछले कुछ महीनों से अल्पमत की सरकार का दावा कर रही थी। लेकिन बीजेपी के लिए अब स्थिति उल्टी लग रही है। कम्प्यूटर बाबा ने चार अन्य बीजेपी विधायकों के बागी होने के संकेत दिए हैं। गुरुवार को उन्होंने इंदौर में कहा कि चार बीजेपी विधायक उनसे संपर्क में हैं। सही वक्त आने पर उन्हें सबसे सामने लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब सीएम कमलनाथ कहेंगे मैं उनके सामने पेश कर दूंगा। जो बीजेपी विधायक मुझसे संपर्क में हैं वो कमलनाथ सरकार में शामिल होना चाहते हैं।
इससे पहले राज्य की विधानसभा में कमलनाथ सरकार द्वारा पेश एक विधयेक पर मत विभाजन के दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने सरकार के समर्थन में वोट दिया। बीजेपी के दो विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने बिल पर सरकार का साथ देने के बाद कांग्रेस में शामिल होने के संकेत दिये हैं। बीजेपी के नारायण त्रिपाठी मैहर से विधायक हैं और शरद कौल ब्यौहारी से विधायक हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बुधवार को हुए एक विधेयक पर मतदान सिर्फ एक विधेयक पर मतदान नहीं है, बल्कि यह मेरी सरकार द्वारा बहुमत सिद्ध का मतदान है। कमलनाथ ने विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, ‘‘पिछले 6 माह से भाजपा रोज कहती रही कि हमारी सरकार अल्पमत की सरकार है। आज जाने वाली है, कल जाने वाली है। ऐसा वो रोज़ कहती थी।’’
बुधवार को सीएम कमलनाथ ने कहा कि आज भी सुबह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि हमें इशारा मिल जाए तो हम आज सरकार गिरा दे। मैंने उन्हें उसी समय विश्वास प्रस्ताव के लिए आमंत्रित किया, लेकिन उन्होंने मेरा प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया।
कमलनाथ ने बताया, ‘‘मैंने सोच लिया कि हम बहुमत सिद्ध कर देंगे ताकि दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज हुआ मतदान सिर्फ एक विधेयक पर मतदान नहीं है। यह बहुमत सिद्ध का मतदान है।’
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर