(नाम सही करते हुए)
पणजी, 15 नवंबर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रविवार को कहा कि रोरो (रोल ऑन रोल ऑफ) फेरी सेवा समेत वैकल्पिक पर्यटन परियोजनाएं शुरू करने से मुरगांव पत्तन न्यास (एमपीटी) पर कोयले का परिचालन 50 फीसदी से अधिक घट जाएगा।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार एवं एक रेलवे लाइन के दोहरीकरण जैसी परियोजनाओं को मंजूरी देकर पर्यावरण के साथ समझौता करने के आरोपों से इनकार किया।
कई एनजीओ और विपक्षी दलों ने भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य और मोल्लेम के राष्ट्रीय उद्यान से पारेषण लाइन बिछाने का इस आशंका से विरोध शुरू कर दिया है कि इससे पारिस्थितिकी नष्ट हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एमपीटी पर कोयला परिचालन कई अन्य वैकल्पिक पर्यटन परियोजनाएं शुरू करने से 50 फीसदी से अधिक घट जाएगा। केंद्रीय नौवहन मंत्री अगले महीने गोवा आयेंगे। हम एमपीटी से फोर्ट अगुआदांद ओल्ड गोवा के लिए रोल ऑन रोल ऑफ शुरू कर रहे हैं । ’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा उत्पादन इकाइयां लगाने के लिए 50 फीसदी सब्सिडी देकर सौर ऊर्जा नीति शुरू की है, ‘‘लेकिन अबतक केवल 29 गोवावासियों ने यह सुविधा उठायी है।’’
उन्होंने सभी 40 विधायकों से अपने निवास पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की अपील की।
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