सीएम योगी ने प्रवासी मजदूरों को लेकर दिए सख्त निर्देश, कहा- कोई भी मजदूर पैदल उत्तर प्रदेश नहीं आना चाहिए
By पल्लवी कुमारी | Updated: May 8, 2020 12:21 IST2020-05-08T12:21:42+5:302020-05-08T12:21:42+5:30
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में जारी लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में मजदूरों पर रोजी रोटी का संकट टूट पड़ा है। जिसके बाद वह पलायन करने को विवश हैं।

Yogi Adityanath (File Photo)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि आप यह सुनिश्चित कीजिए कि प्रवासी मजदूर पैदल यात्रा कर यूपी ना वापस आए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हर नागरिक को सुरक्षित घर लाना हमारी पहली प्राथमिकता है। यूपी मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट कर बताया गया है कि सीएम योगी ने कहा है कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रवासी कामगार व श्रमिक पैदल यात्रा कर न आएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है, प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित घर पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने श्रमिकों के लिए रोजगार की ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं।
अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रवासी कामगार व श्रमिक पैदल यात्रा कर न आएं : मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) May 8, 2020
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सीएम योगी ने "प्रवासी राहत मित्र ऐप" किया उद्घाटन
यूपी मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया है कि सीएम योगी ने आज (8 मई) "प्रवासी राहत मित्र ऐप" का लोकार्पण किया है। यह ऐप UNDP (यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम) के सहयोग से विकसित किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने आज "प्रवासी राहत मित्र ऐप" का लोकार्पण किया गया। यह ऐप UNDP (यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम) के सहयोग से विकसित किया गया है। pic.twitter.com/LYoKZ5n8FT
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) May 8, 2020
इसका उद्देश्य अन्य प्रदेशों से यूपी में आने वाले प्रवासी नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ तथा उनके स्वास्थ्य की निगरानी करने के साथ ही उनके कौशल के लायक भविष्य में नौकरी एवं आजीविका प्रदान करने में सहयोग करने हेतु इन प्रवासी नागरिकों का डेटा कलेक्शन करना है।
इस ऐप के जरिए सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आपस में सूचना का आदान प्रदान कर इन प्रवासी नागरिकों के रोजगार एवं आजीविका हेत नियोजन एवं कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी।