सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- लॉकडाउन खोलेंगे तो भीड़ न होने पाए, नहीं तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 4, 2020 19:54 IST2020-04-04T19:44:22+5:302020-04-04T19:54:11+5:30
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 227 मामले सामने आये हैं और इनमें से 94 मामले तबलीगी जमात से जुडे लोगों के हैं ।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- लॉकडाउन खोलेंगे तो भीड़ न होने पाए, नहीं तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा
कोरोना वायरस को लेकर देशभर में 14 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार के राज्य सभी विधायकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए कहा कि 15 अप्रैल से हम लॉकडाउन को खोलेंगे तो जमावड़ा या भीड़ न होने पाए। इसमें आपका सहयोग चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि 15 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोला गया और अगर भीड़ हो गई तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसके लिए हम व्यवस्था बनाएंगे।
15 अप्रैल से हम लॉकडाउन को खोलेंगे तो जमावड़ा या भीड़ न होने पाए। इसमें आपका सहयोग चाहिए। 15 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोला गया और अगर भीड़ हो गई तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसके लिए हम व्यवस्था बनाएंगे: उत्तर प्रदेश के MLAs से वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए CM योगी आदित्यनाथpic.twitter.com/HUxan6FNeF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 4, 2020
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 227 मामले : तबलीगी जमात से जुडे लोगों के 94 मामले
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 227 मामले सामने आये हैं और इनमें से 94 मामले तबलीगी जमात से जुडे लोगों के हैं । प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ''प्रदेश में अभी तक की जो स्थिति है, कुल मिलाकर कोरोना वायरस से संक्रमण के 227 प्रकरण सामने आये हैं जिनमें से 21 पूर्णतया उपचारित हो चुके हैं ।''
प्रसाद ने कहा, ''जो एक्टिव मामले हैं, उनका इलाज विभिन्न चिकित्सालयों और मेडिकल कालेजों में हो रहा है। 227 में से 94 मामले तबलीगी जमात से जुडे लोगों के हैं । अब तक हमारे प्रदेश के कुल 27 जनपद इस संक्रमण से प्रभावित हो गये हैं ।'' उन्होंने कहा कि इसमें तबलीगी जमात से जुडे जो लोग हैं, उनसे पिछले दो दिनों में हमारे जनपदों की संख्या काफी बढी है। कुल मिलाकर इस समय मेडिकल क्वारेंटीन (चिकित्सकीय पृथक इकाई) में 3029 लोग हैं । जो लोग दूसरे राज्यों से आये थे और जिनको किसी आश्रय स्थल में ठहराया गया है, वो संख्या अलग है ।