बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस मुख्यालय पहुंचे CM नीतीश कुमार, लिया फीडबैक
By एस पी सिन्हा | Published: January 6, 2021 07:16 PM2021-01-06T19:16:03+5:302021-01-06T19:17:52+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सब लोगों को मांग करने का अधिकार है. उन लोगों के पास तो पहले सरकार थी. आज मांग कर रहे हैं. पहले ही दिलवा देते.
पटना: बिहार पुलिस मुख्यालय में कानून-व्यवस्था को लेकर बैठक करने पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि वह चैन से नहीं बैठेंगे. उन्होंने इशारों-इशारों में अपने सारे विरोधियों को बता दिया कि जो लोग यह समझ रहे हैं कि मैं थक गया हूं, वह सावधान हो जाएं. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बिहार से जुड़ी सभी घटनाओं पर मेरी नजर रहती है. इसलिए लोग यह न समझें कि मैं कुछ नहीं जानता. मैं किसी प्रकार का टॉलरेट बर्दाश्त नहीं करुंगा. बैठक के बाद बाहर निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब पत्रकारों ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती को भारत रत्न दिए जाने की मांग के बारे में पूछा तो उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सब लोगों को मांग करने का अधिकार है. उन लोगों के पास तो पहले सरकार थी. आज मांग कर रहे हैं. पहले ही दिलवा देते. दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर मायावती और सोनिया गांधी को भारत रत्न देने की मांग की थी. रावत का कहना था कि सोनिया गांधी को आज भारत की नारीत्व का गौरवशाली स्वरूप माना जाता है, जबकि मायावती ने वर्षों से पीडित-शोषित लोगों के मन में एक अद्भूत विश्वास का संचार किया है. ऐसे में दोनों को इस साल भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए.
वहीं, पुलिस मुख्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा वह पहले भी कह चुके हैं कि यहां नियमित तौर पर आते रहेंगे. सिर्फ पुलिस मुख्यालय ही नहीं हर विभाग का कभी भी दौरा कर सकते हैं, ताकि जो लोग काम से दूर भागते हैं. वह अपनी जिम्मेदारी को समझ जाएं. उन्होंने इस दौरान बिहार के बढते अपराध को लेकर भी अपना पूरा तरह से साफ कर दिया कि इसके लिए पूरी निगरानी रखने की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें एक-एक बात बताया है कि कैसे काम करना है. हर खबर पर नजर रखना है. सोशल मीडिया पर ध्यान देना है. जो भी सूचना कहीं से भी मिल रही है, उस पर काम कीजिये. लोगों को अपने काम के बारे में जानकारी दीजिये. तभी न लगेगा कि पुलिस काम कर रही है.
पत्रकारों के द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री पुलिस के काम से संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि मैं खुद से संतुष्ट नहीं हूं, पुलिस से क्या संतुष्ट रहूंगा. मैं बार-बार यहां आऊंगा. न खुद चैन से बैठेंगे और ना ही किसी को इत्मिनान से बैठने देंगे. पुलिस के हर काम पर खुद नजर रखेंगे. पुलिस के काम में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे. सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने पुलिस मुख्यालय में सीआईडी और बीएमपी के कामकाज की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि सीआईडी को हर थाने पर नजर रखने को कहा गया है. किस थाने में कितना अपराध हो रहा है, क्यों हो रहा है? थानों पर नजर रखने के लिए एसपी से लेकर डीआईजी और आईजी हैं लेकिन सीआईडी को खास तौर पर ध्यान रखना होगा. सीआईडी के पास एक-एक आंकडा होना चाहिये. उन्होंने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से कानून व्यवस्था के साथ पुलिस की जरुरतों को लेकर चर्चा हुई. हमने निर्देश दिया है कि सीआईडी में अभी कितने लोगों की आवश्यकता है और क्या जरुरते हैं, उसका पूरा प्रपोजल तैयार करें. सीआईडी के पास जितने मामले जाते हैं, उनमें समय पर जांच पूरी हो, इस बात का भी ख्याल रखने के लिए कहा गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा हमने सभी एडीजी को निर्देश दिया है कि वह सोशल मीडिया पर आनेवाली जानकारियों को भी गंभीरता से लें और उन पर क्या कार्रवाई हुई, इसको लेकर जानकारी देते रहें. ऐसा न हो किसी बेगूनाह को सजा हो जाए और गुनहगार बच जाएं. इस मामले में हम किसी प्रकार की टालरेट को बर्दाश्त नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री ने राज्य के बीएमपी में भी सुधार की जरुरत बताई. उन्होंने कहा कि राज्य में सारे बीएमपी काफी पुराने हैं, जिनमें कई जरुरी चीजों का अभाव है. इनमें सुधार किए जाने के लिए जरुरी व्यवस्था करने को कहा गया है. उन्होंने पुलिस के लिए बेहतर ट्रेनिंग व्यवस्था की करने के लिए कहा गया है. कांग्रेस के 17 विधायकों के पार्टी छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया है. यह उनका अंदरुनी मामला है. मैं इस पर कुछ नहीं बोलना चाहता हूं.