मोहन सरकार का एक महीना
एमपी की डॉ मोहन सरकार का एक महीना पूरा हो गया है ... बीजेपी ने जैसे डॉ मोहन यादव को सीएम बनाकर सबकों चौकाया था वैसे ही ... एमपी के नए सीएम डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद ग्रहण करने के बाद ... सबसे पहले हुंकमचंद मिल के मजदूर को हक दिया तो वही दूसरी और खुले में मांस मीट बिक्री पर बैन लगाने के साथ ही पहली कैबिनेट में ही कई चौकाने वाले फैसलों से सभी को चौकाया...13 दिसंबर को एमपी के डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी ... शपथ लेने के साथ ही सीएम अपने फैसलों से सभी को चौकाया ... और ये भी बताया कि एमपी में सनातन सरकार के साथ ही ... गरीबों की सरकार है ... आपकों बताते है मोहन सरकार द्वारा किए गए निर्णय.... धार्मिक स्थानों से तय मांपदडों से ज्यादा ध्वनी विस्तारक यंत्र हटाने के निर्देशखुले में मांस मीट की बिक्री पर रोक इंदौर की हुंकमचंद मिल के मजदूरों को उनका हकसुशासन को लेकर एक्शन में डॉ मोहन सरकारगरीब कल्याण योजनाओं को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देशपात्र हितग्राहियों तक पहुंचे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएंविकसित भारत संकल्प यात्रा के क्रियान्वयन पर जौर
सीएम मोहन का अंदाजएमपी की नई सरकार नई सोच के साथ आगे बढ़ेगी ये संदेश भी CM डॉ मोहन यादव ने दे दिया फिल्म नायक की तरह नायक के अंदाज में अपने पहले ही दौरे के दौरान सीएम ने छिंदवाड़ा कलेक्टर को फटकार लगाई... तो गुना हादसे में आरटीओं से लेकर परिवहन आयुक्त तक कार्रवाई की। शपथ लेने के तीसरे दिन छिंदवाड़ा पहुंचे... मंच पर कलेक्टर से बात करते हुए कहा- 'कलेक्टर साहब ध्यान रखिए पटवारी से गलती हुई तो आप पर भी कार्रवाई होगी...' संदेश था गड़बड़ी हुई तो बड़े भी नहीं बचेंगे। अफसरो पर कसी नकेलछिंदवाड़ा कलेक्टर को मंच से ही लगाई फटकार 'कलेक्टर साहब ध्यान रखिए पटवारी से गलती हुई तो आप पर भी कार्रवाई होगी संदेश था - गड़बड़ी हुई तो बड़े भी नहीं बचेंगेगुना बस हादसे में सीएम मोहन का बड़ा एक्शनRTO को सस्पेंड किया तो परिवहन आयुक्त व विभाग के प्रमुख सचिव तक पर कार्रवाई प्रदेश में ऊपर तक की कार्रवाई पहली मर्तबा हुईप्रशानिक सर्जरी से सब को चौकायाअब तक 9 कलेक्टर, 3 एसपी, 1 संभागायुक्त बदले मैदानी पोस्टिंग से हटाकर भोपाल बुलाया। कुल 45 आईएएस अफसरों को इधर से उधर किया है इनमें अतिरिक्त मुख्य सचिव से लेकर कलेक्टर शामिल हैं11 आईपीएस अफसरों के भी हुए तबादले।लाडली बहना रहेगी जारीशिवराज सरकार के कार्यकाल में शुरु हुई लाड़ली बहना योजना को लेकर भी नई सरकार के गठन और नए सीएम डॉ मोहन यादव के पदभार ग्रहण करने के बाद संशय की स्थिती थी ... कांग्रेस आरोप लगा रही थी ... लाडली बहनों को राशि सरकार नहीं देगी ... लेकिन सीएम डॉ मोहन यादव ने 15 सौ 10 जनवरी को बहनों के खातों पर राशि ट्रांसपर कर विपक्ष को करारा जवाब दिया।शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री पद से विदाई के बाद से ही सबसे ज्यादा चर्चा लाड़ली बहनों को लेकर हुई। सवाल उठने लगे कि 10 तारीख को लाड़ली बहना के खाते में रुपए आएंगे या नहीं? 10 तारीख आई और लाड़ली बहनों के खाते में रुपए भी आए। पहले की तरह इवेंट भी हुआ। महिलाओं ने नए मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी भी ली। सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि लाड़ली बहना योजना चलती रहेगी। 10 जनवरी को लाड़ली बहनों के खातों में आई राशि 1.29 लाख करोड़ महिलाओं के खाते पैसे ट्रांसफर किए मोहन सरकार ने 1576 करोड़ रुपए लाडली बहनों को किए गए वितरित
सुशासन पर फोकसएमपी की मोहन सरकार जमीन स्तर पर सुशासन लाने को लेकर एक्शन में दिखी ... सीएम डॉ मोहन यादव ने संभागों में जाकर समीक्षा बैठक की ... बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करने के साथ नान परर्फामर वाले अफसरों पर कार्रवाई की ... मुख्यमंत्री एक महीने के दौरान पांच संभागों में पहुंचकर समीक्षा कर चुके हैं। बैठकों के दौरान अफसरों के परफॉर्मेंस को भी देखा जा रहा है। जबलपुर संभाग की बैठक के बाद जबलपुर कलेक्टर सौरव कुमार सुमन को हटा दिया। ऐसा पहली बार हो रहा है कि मुख्यमंत्री संभागीय मुख्यालय पर पहुंचकर पूरे संभाग का रिव्यू कर रहे हैं। इससे पहले राजधानी से ही संभागों की समीक्षा होती थी और संभागीय मुख्यालय एक तरह से डाकिए की भूमिका में थे। इसके अलावा मंत्रालय के अधिकारियों को भी संभागों की जिम्मेदारी सौंप कर मैदान में उतारा ... कानून व्यवस्था को लेकर भी सीएम एक्शन में नजर आएं... CM डॉ मोहन यादन ने संभागों में जाकर ली रिव्यू मीटिंग मैसेज- अफसरों को फील्ड में फोकस करना होगाजबलपुर संभाग में की समीक्षा बैठक बैठक के बाद जबलपुर कलेक्टर सौरव कुमार सुमन को सीएम ने हटायाअपर मुख्य सचिवों को संभागीय प्रभारी नियुक्त कर उन्हें संभाग की जिम्मेदारी दीकानून व्यवस्था को लेकर ली बड़ी बैठकएडीजी को भी एक-एक संभाग की कानून-व्यवस्था को ठीक रखने का जिम्मा दिया अब वे भी पीएचक्यू से बाहर निकलकर जमीनी हकीकत देखेंगे दफ्तरों में बैठकर निर्णय लेने की बजाय भागदौड़ कर जमीनी हालातों को जानना-समझना होगा।थानों का भूगोल बदलेगा, नए सिरे से सीमाएं तय होंगीकुल मिलाकर एमपी की नए मुखिया डॉ मोहन यादव ने एक महीने की सरकार के कार्यकाल के दौरान ये साफ कर दिया कि नई सरकार नई सोच के साथ आगे बढ़ेगी और गरीबों के कल्याण के साथ प्रदेश का विकास करेगी जिसमें सुशासन भी रहेगा ...