नई दिल्ली, 06 अक्टूबर: देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश (CJI) पद का कार्यभार संभालने के बाद जस्टिस रंजन गोगोई ने भारत में वकीलों की संख्या को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि देश में वकीलों की संख्या क्या है? गोगोई ने कहा कि देश भर में 13 से 14 लाख तक वकील हैं। हालांकि यह संख्या अधिक नहीं है। अमेरिका में हर 200 लोगों के लिए 1 वकील है लेकिन भारत में 1800 लोगों के लिए एक वकील है। उन्होंने कहा कि वकीलों की आबादी बढ़नी चाहिए। मालूम हो कि 3 अक्टूबर को जस्टिस रंजन गोगोई ने देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी।
एएनआई के मुताबिक लीगल ऐड (कानूनी सहायता) पर चर्चा करते हुए रंजन गोगोई ने कहा कि लीगल ऐड एक बड़ा विषय है। भारत में 67% कैदी विचाराधीन हैं, इसमें लगभग 47% 18-30 साल के हैं। इसका मतलब है कि युवाओं की बड़ी आबादी विचाराधीन कैदियों की संख्या में शामिल है। उन्होंने कहा कि वकीलों की गुणवत्ता में सुधार की जरूरत है।
कार्यभार संभालते ही रंजन गोगोई ने कहा था कि मैं बहुत सख्त हूं, मैं जो हूं वही हूं और मैं इसे बदल नहीं सकता। इसके अलावा उन्होंने नया रोस्टर जारी किया। जिसमें उन्होंने सुनवाई के लिए अहम मामलों को खुद के पास रखा। इसके साथ इस रोस्टर को तत्काल प्रभाव से आज से ही लागू करने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले महीनों सुप्रीम कोर्ट के रोस्टर को लेकर काफी सवाल उठे थे। इसके लिए चार जजों ने मीडिया के सामने आकर रोस्टर पर सवाल उठाए थे। इनमें नए सीजेआई रंजन गोगोई भी शामिल थे। कोर्ट के रोस्टर को लेकर बवाल मचने के बाद यह तय हो गया था कि मास्टर ऑफ रोस्टर सीजेआई ही होंगे।