लाइव न्यूज़ :

CJI बीआर गवई ने जस्टिस सूर्यकांत को अपना उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश की, जानिए कौन हैं वह?

By रुस्तम राणा | Updated: October 27, 2025 11:45 IST

जस्टिस कांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के हिसार में हुआ था। उन्होंने 1984 में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक से लॉ में बैचलर डिग्री हासिल की और फिर हिसार की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकालत शुरू की।

Open in App

नई दिल्ली: नई दिल्ली: भारत के चीफ जस्टिस (सीजेआई) भूषण रामकृष्ण गवई ने सोमवार को जस्टिस सूर्यकांत को अपना उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश की। जस्टिस कांत सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज हैं। बता दें कि CJI गवई 23 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं।

इस साल 14 मई को CJI गवई ने भारत के चीफ जस्टिस का पद संभाला। खास बात यह है कि गवई, जस्टिस के. जी. बालकृष्णन के बाद शेड्यूल कास्ट (SC) समुदाय से भारत के दूसरे चीफ जस्टिस हैं। बालकृष्णन ने 2007 से 2010 तक इस पद पर काम किया था।

कौन हैं जस्टिस कांत?

जस्टिस कांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के हिसार में हुआ था। उन्होंने 1984 में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक से लॉ में बैचलर डिग्री हासिल की और फिर हिसार की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकालत शुरू की।

1985 में, वह पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए चंडीगढ़ चले गए। वह संवैधानिक, सर्विस और सिविल मामलों के स्पेशलिस्ट हैं। 7 जुलाई 2000 को, वह हरियाणा के सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल बने।

जनवरी 2004 में, जस्टिस कांत को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में परमानेंट जज बनाया गया। उन्होंने 5 अक्टूबर 2018 को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार भी संभाला।

9 मई 2019 को, तत्कालीन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट में प्रमोट करने की सिफारिश की। 24 मई 2019 को, जस्टिस कांत ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर शपथ ली। वह 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे।

टॅग्स :न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवईसुप्रीम कोर्टCJI
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारत"कोर्ट के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है...", दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

भारत अधिक खबरें

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा