नागरिकता (संशोधन) कानून की वजह से देश के कई हिस्सों में हिंसा का माहौल देखने को मिल रहा है। रविवार को दिल्ली में इस कानून के विरोध में बसों में आग लगा दी गई। हैदराबाद के मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय के छात्रों ने आधी रात के आसपास विरोध मार्च निकाला। इसके अलावा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में भी छात्रों ने विरोध मार्च निकाला।
हैदराबाद के मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय के छात्रों ने यह भी मांग की है कि उनकी परीक्षा स्थगित कर दी जाए। आपको बता दें कि दक्षिण दिल्ली में रविवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया विश्वविद्यालय में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद इन्हें कुछ दिन के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलीगढ़ विश्वविद्यालय को 5 जून तक बंद रखा जाएगा।
दिल्ली में बढ़ती हिंसा की वजह से यहां के 15 मेट्रो स्टेशन्स को भी बंद कर दिया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने दक्षिणपूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए रविवार शाम को सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन का प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिया।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दक्षिण दिल्ली में हिंसा के तुरंत बाद पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया के परिसर में घुस गई और विश्वविद्यालय के गेट बंद कर दिए ताकि ‘‘बाहरी’’ लोगों को पकड़ सके जो छिपने के लिए परिसर में घुस गए थे। यह जानकारी सूत्रों ने दी।
जामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने ‘पीटीआई’ से कहा: लाइब्रेरी के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं, पुलिस की कार्रवाई निंदनीय है। जामिया मिल्लिया छात्र समुदाय के साथ ही शिक्षक संघ ने भी विश्वविद्यालय के नजदीक रविवार दोपहर हुई हिंसा और आगजनी की घटना से खुद को अलग कर लिया है। न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हुई हिंसा और आगजनी के दौरान तीन सरकारी बसों और दमकल की एक गाड़ी में ‘‘शरारती तत्वों’’ ने आग लगा दी।
डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली पुलिस की सलाह पर सुखदेव विहार के प्रवेश एवं निकास द्वार तथा आश्रम स्टेशन के गेट नंबर 3 को बंद कर दिया गया है। ट्रेन सुखदेव विहार स्टेशन पर नहीं रुकेगी।’’
संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का रविवार को पुलिस के साथ संघर्ष हो गया और उन्होंने दक्षिण पूर्व दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में डीटीसी की कई बसों और एक अग्निशमन गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इस हिंसक प्रदर्शन में एक सिपाही और दो दमकलकर्मी जख्मी हो गए।
हालांकि, जामिया मिल्लिया छात्रों के समूह ने बयान जारी कर नागरिकता अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से खुद को अलग किया। दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल पर दमकल की चार गाड़ियां भेजी गई हैं। प्रदर्शनकारियों की हिंसा में एक दमकल गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और दो कर्मी जख्मी हो गए।
दक्षिण दिल्ली में रविवार को हिंसा के कुछ घंटों बाद पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और कुछ लोगों को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर को दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के पास हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में दाखिल हुई।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर के भीतर से पुलिस पर पत्थरबाजी की गई जिसके बाद उन्हें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। बिस्वाल ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।(भाषा एजेंसी से इनपुट के साथ)