'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगने की खबर पर भाजपा विधायक नितेश राणा ने कहा- चुन चुनकर मारेंगे...
By रुस्तम राणा | Published: September 24, 2022 06:21 PM2022-09-24T18:21:15+5:302022-09-24T18:36:34+5:30
भाजपा विधायक नितेश राणे ने शनिवार को ट्वीट किया, "पुणे में पीएफआई के समर्थन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के लिए.. चुन चुन के मारेंगे.. इतना याद रखना !!! #BanPFI"
पुणे: इस्लामी संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों की पुणे में गिरफ्तारी के दौरान 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की।
कुछ मीडिया रपट में दावा किया गया है कि पीएफआई के सदस्यों ने गिरफ्तारी के वक्त पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया। वहीं कुछ अन्य मीडिया संस्थानों ने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए सदस्यों ने पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं बल्कि पापुलर फ्रंट जिंदाबाद का नारा लगाया था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिखाया गया है कि शुक्रवार को पुणे में पीएफआई द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर "पाकिस्तान जिंदाबाद" का नारा लगाया गया था, जिस पर भाजपा और महाराष्ट्र सरकार की तीखी प्रतिक्रिया हुई, जिसमें कहा गया था कि इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राणे ने ट्वीट किया, "पुणे में पीएफआई के समर्थन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के लिए.. चुन चुन के मारेंगे.. इतना याद रखना !!! #BanPFI"
To all those shouting Pakistan Zindabad slogans in support of PFI in Pune..
— nitesh rane (@NiteshNRane) September 24, 2022
Chun chun ke marenge.. Itna yaad rakana!!! #BanPfi
सोशल मीडिया में राणे ने अपना एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से दोषियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया।
— nitesh rane (@NiteshNRane) September 24, 2022
एक अन्य भाजपा विधायक राम सतपुते ने नारे लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि पुणे पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस तरह के नारे राज्य में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, जबकि उनके डिप्टी देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस नारे लगाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
पीएफआई ने हाल ही में संगठन पर देशव्यापी छापेमारी और उसके कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की निंदा करने के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने करीब 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। पुणे पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं।