एनडीए में शामिल होने के बाद चिराग पासवान ने बताई चुनावी रणनीति, चाचा पशुपति ने इनपर साधा निशाना
By अनिल शर्मा | Updated: July 18, 2023 15:15 IST2023-07-18T15:08:40+5:302023-07-18T15:15:05+5:30
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी अपनी ‘चिंताओं’ पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सकारात्मक चर्चा के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुई है।

एनडीए में शामिल होने के बाद चिराग पासवान ने बताई चुनावी रणनीति, चाचा पशुपति ने इनपर साधा निशाना
नई दिल्लीः लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान बीते दिनों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गए। राजग में शामिल होने के बाद मंगलवार चिराग ने कहा कि राजग (NDA के साथ) से लंबे समय से बातचीत का दौर चल रहा था, हमारी कुछ प्राथमिकताएं थी जिन पर चर्चा हुई और दोनों तरफ से सहमति बनी। चिराग ने एएनआई से कहा कि हमारा लक्ष्य 2024 और 2025 के विधानसभा है जिसके लिए राजग आगे बढ़ रही है।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी अपनी ‘चिंताओं’ पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सकारात्मक चर्चा के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुई है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी हाजीपुर से चुनाव लड़ेगी।
गौरतलब है कि वर्तमान में उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस इस संसदीय सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं। लोजपा में विभाजन के बाद बने दूसरे गुट राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस हैं, जो केंद्र के सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं।
चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा नीत राजग के हिस्से के रूप में लड़ेगी। चिराग के पिता और दिवंगत दलित नेता रामविलास पासवान के नेतृत्व में अविभाजित लोजपा ने 2019 में छह लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा के साथ सीट के बंटवारे के तहत उसे राज्यसभा की एक सीट भी मिली थी।
उधर, चाचा पशुपति ने विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजग (NDA) गठबंधन की बैठक आज है। मैं भी बैठक में जा रहा हूं। 2024 को फिर से चुनाव में NDA गठबंधन को दो तिहाई बहुमत मिलेगा। पशुपति ने कहा कि विपक्ष की बैठक 23 जून को भी हुई थी लेकिन क्या हुआ? उस बैठक में जो 17 दल के नेता आए थे उनमें से 3 नेता NDA गठबंधन में चले आए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष हर दिन टूट रहा है। विपक्ष कभी एकजुट नहीं होगा।