छत्तीसगढ़: युवक को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल, जिलाधिकारी को हटाया गया
By भाषा | Published: May 23, 2021 04:00 PM2021-05-23T16:00:06+5:302021-05-23T16:00:06+5:30
रायपुर, 23 मई छत्तीसगढ़ में सूरजपुर के जिलाधिकारी द्वारा एक युवक को थप्पड़ मारने और उसका मोबाइल फोन फेंकने की घटना का वीडियो वायरल हो गया है, जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2012 बैच के आईएएस अधिकारी को पद से हटाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घटना के दौरान क्षतिग्रस्त हुए मोबाइल फोन के स्थान पर युवक को नया मोबाइल फोन उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया, ‘‘सूरजपुर के जिलाधिकारी रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक से दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सोशल मीडिया के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है। यह बेहद दु:खद और निंदनीय है। छत्तीसगढ़ में इस तरह का कोई कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिलाधिकारी रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए गए हैं।’’
बघेल ने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘शासकीय जीवन में किसी भी अधिकारी द्वारा इस तरह का आचरण स्वीकार्य नहीं है। मैं इस घटना से क्षुब्ध हूं। मैं युवक एवं उनके परिजनों से खेद व्यक्त करता हूं।’’
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य प्रशासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी शर्मा का तबादला संयुक्त सचिव (प्रतीक्षारत) के रूप में नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (सचिवालय) में कर दिया है। शर्मा की जगह रायपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है।
सूरजपुर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन लागू किया गया है। शर्मा द्वारा एक युवक को थप्पड़ मारने का वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इस वीडियो में दिख रहा है कि मास्क लगाए एक युवक को पुलिस ने रोका। युवक ने शर्मा को एक कागज और मोबाइल फोन पर कुछ दिखाने की कोशिश की, लेकिन इसी दौरान शर्मा ने उसका फोन जमीन पर फेंक दिया।
वीडियो में दिख रहा है कि शर्मा ने बाद में युवक को थप्पड़ भी मारा। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी वहां पहुंचे और दो पुलिस कर्मियों ने युवक की डंडे से पिटाई की। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि शर्मा युवक की पिटाई का आदेश दे रहे हैं।
वीडियो के वायरल होने के बाद शर्मा ने इस घटना के लिए माफी मांगी।
पुलिस के मुताबिक, युवक की पहचान अमन मित्तल (23) के रूप में की गई है। उसके खिलाफ लॉकडाउन के कथित उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मित्तल के खिलाफ कोविड-19 नियमों के कथित उल्लंघन के मामले में महामारी रोग कानून दर्ज किया गया है।
वीडियो के वायरल होने के बाद शर्मा की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हो रही है। लोगों ने उन्हें हटाने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की है।
इस बीच आईएएस एसोसिएशन ने शर्मा के इस कृत्य की कड़ी निंदा की है।
एसोसिएशन ने ट्वीट किया, ‘‘ आईएएस एसोसिएशन सूरजपुर के जिलाधिकारी के व्यवहार की कड़ी निंदा करता है। यह अस्वीकार्य है और सेवा एवं सभ्यता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। लोक सेवकों को हमेशा और खासकर इस कठिन समय में समाज के लोगों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए।’’
वीडियो के वायरल होने के बाद शर्मा ने अपने व्यवहार के लिए माफी मांगते हुए शनिवार रात एक वीडियो संदेश जारी किया।
शर्मा ने वीडियो में कहा, "मेरा उस व्यक्ति का अनादर या अपमान करने का कभी कोई इरादा नहीं था। "
शर्मा ने कहा, ‘‘वह आदमी मोटरसाइकिल पर जा रहा था और मेरे एवं पुलिसकर्मियों द्वारा रुकने के लिए कहने के बावजूद वह नहीं रुका। हमें चोट लग सकती थी। उसने रोके जाने पर कहा कि वह टीका लगवाने के लिए निकला है और उसने एक कागज दिखाया, जो टीकाकरण से संबंधित नहीं था। उसने बाद में अपना बयान बदल दिया और कहा कि वह अपनी दादी से मिलने जा रहा है। उसने दुर्व्यवहार किया और गुस्से में मैंने उसे थप्पड़ मार दिया। मैं अपने व्यवहार के लिए माफी मांगता हूं।’’
शर्मा वर्ष 2015 में जब कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में उपमंडलीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) थे, तब राज्य के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने उन्हें एक राजस्व अधिकारी से रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा था। तब उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था, लेकिन उन्हें भानुप्रतापपुर से नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में स्थानांतरित कर दिया गया था।
शनिवार को वायरल हुए वीडियो के साथ कई अन्य कथित वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों को सूरजपुर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए लोगों से उठक बैठक कराते हुए देखा जा सकता है।
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