लाइव न्यूज़ :

Chhattisgarh Nikay Chunav Result 2025: भाजपा 10 और कांग्रेस 0?, नगरपालिका में 35 और नगर पंचायत में 81 सीट पर कब्जा, बीजेपी ने छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में किया क्लीन स्वीप!

By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 15, 2025 17:56 IST

Chhattisgarh Nikay Chunav Result 2025 LIVE: विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 के बाद निगम चुनाव में कांग्रेस का बुरा हाल जारी है।

Open in App
ठळक मुद्देChhattisgarh Nikay Chunav Result 2025 LIVE: विधानसभा में 90 में से 54 सीट और लोकसभा में 11 सीट में से 10 सीट पर कब्जा जमाया था।Chhattisgarh Nikay Chunav Result 2025 LIVE: नगरपालिका में 49 सीट में से 35 पर कब्जा किया।Chhattisgarh Nikay Chunav Result 2025 LIVE: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु साय ने बधाई दी।

Chhattisgarh Nikay Chunav Result 2025 LIVE: भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को बुरी तरह से हराया है। नगर निकाय चुनावों में भाजपा की शानदार जीत हासिल की है। महापौर के सभी 10 पदों पर कब्जा जमाया है। कांग्रेस 0 पर ढेर हो गई। नगरपालिका में 49 सीट में से 35 पर कब्जा किया और  नगर पंचायत में 114 सीट में से 81 सीट पर कब्जा है। विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 के बाद निगम चुनाव में कांग्रेस का बुरा हाल जारी है। विधानसभा में 90 में से 54 सीट और लोकसभा में 11 सीट में से 10 सीट पर कब्जा जमाया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु साय ने बधाई दी।

मुख्यमंत्री विष्णु साय ने एक्स पर लिखा है कि नगरीय निकाय चुनाव में बहुत अच्छा परिणाम आया है। मैं पुन: समस्त छत्तीसगढ़ के मतदाताओं का आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास जताया है। मैं प्रदेश की जनता को आश्वस्त करना चाहूंगा कि अटल विश्वास पत्र में हमने जो वादा किया है उसे निश्चित रुप से शत-प्रतिशत पूरा करेंगे।

छत्तीसगढ़: नगर निकाय चुनावों में भाजपा की शानदार जीत, महापौर के सभी 10 पदों पर जमाया कब्जा

छत्तीसगढ़ में विधानसभा तथा लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को शिकस्त देने के बाद नगर निकाय चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी ने सूपड़ा साफ करते हुए महापौर के सभी 10 पदों पर जीत हासिल की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सत्ताधारी दल भाजपा ने सभी 10 नगर निगमों में महापौर पद तथा 35 नगर पालिका परिषदों और 81 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। राज्य के 10 नगर निगमों, 49 नगर पालिका परिषदों और 114 नगर पंचायतों में हुए आम चुनावों के लिए शनिवार को मतगणना जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि आठ नगर पालिका परिषदों और 22 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर विपक्षी दल कांग्रेस ने जीत दर्ज की जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने एक नगर पालिका परिषद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है।

अधिकारियों ने बताया कि पांच नगर पालिका परिषदों और 10 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना कब्जा जमाया। उन्होंने बताया कि रुझानों के अनुसार भाजपा अधिकांश वार्डों में जीत चुकी है या आगे है। नगर निकाय चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया और कहा कि यह छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। साय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज का दिन भाजपा और छत्तीसगढ़ सरकार के लिए ऐतिहासिक है।

यह छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा क्योंकि भाजपा ने नगर निकाय चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।’’ उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता और मतदाताओं ने भाजपा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री की गारंटी और राज्य सरकार के विकास कार्यों में विश्वास जताया है, जिसके लिए वह उनका आभार व्यक्त करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस वादे तो करती है लेकिन बाद में उन्हें पूरा नहीं करती, लेकिन भाजपा अपने वादे पूरे करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने महापौर पद का अप्रत्यक्ष चुनाव (पिछली बार 2019-2020 में) कराकर लोकतंत्र की हत्या की है। कांग्रेस उम्मीदवार जो अप्रत्यक्ष चुनाव (कांग्रेस नेता ऐजाज ढेबर का जिक्र करते हुए) के जरिए (रायपुर के) महापौर बने थे, इस बार रायपुर के एक वार्ड से पार्षद का चुनाव हार गए हैं।’’ साय ने कहा कि रायगढ़ नगर निगम में पार्टी ने महापौर पद के लिए चाय बेचने वाले जीववर्धन चौहान को मैदान में उतारा था और उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।

पिछले (2019-2020) नगर निकाय चुनावों में राज्य में तत्कालीन सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इन सभी 10 नगर निगमों में महापौर पदों पर कब्जा किया था। पिछली बार महापौर पदों और नगर पालिका परिषदों तथा नगर पंचायतों के अध्यक्षों का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से हुआ था, जिसके अनुसार जनता ने सीधे पार्षदों को चुना था।

फिर चुने हुए पार्षदों ने अपने बीच से नगर निगमों के महापौर और अन्य नगर निकायों के अध्यक्षों का चुनाव किया था। इस अप्रत्यक्ष विधि प्रणाली को 2019 में तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार ने शुरू किया था। हालांकि, इस बार साय सरकार ने प्रत्यक्ष चुनाव की पिछली प्रणाली को बहाल कर दिया, जिसके अनुसार लोगों ने नगर निकायों के महापौर और अध्यक्षों को चुनने के लिए सीधे मतदान किया।

टॅग्स :छत्तीसगढ़ चुनावछत्तीसगढ़BJPकांग्रेसछत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023लोकसभा संसद बिललोकसभा चुनाव 2024भूपेश बघेलनरेंद्र मोदीविष्णु देव साय
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट