छत्तीसगढ़ चुनाव: अजीत जोगी का नया सियासी दांव, रेणु जोगी के नाम पर खरीदा फार्म

By लोकमत न्यूज़ ब्यूरो | Updated: October 30, 2018 15:23 IST2018-10-30T15:23:09+5:302018-10-30T15:23:09+5:30

बिलासपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी के यहां से दोनों के नाम पर खरीदे गए फार्म जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नाम से लिए गए हैं।

Chhattisgarh elections: Ajit Jogi's new strategy , bought a farm named after Renu Jogi | छत्तीसगढ़ चुनाव: अजीत जोगी का नया सियासी दांव, रेणु जोगी के नाम पर खरीदा फार्म

छत्तीसगढ़ चुनाव: अजीत जोगी का नया सियासी दांव, रेणु जोगी के नाम पर खरीदा फार्म

छत्तीसगढ़ ब्यूरो (30 अक्टूबर): छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी और कांग्रेस विधायक रेणु जोगी का कांग्रेस और जनता कांग्रेस दोनों में पेंच फंसा हुआ है। अभी तक कांग्रेस ने कोटा विधानसभा से रेणु जोगी की टिकट फाइनल नहीं की है। वहीं अजीत जोगी ने नया सियायी दांव चलते हुए रेणु जोगी के नाम पर नामांकन फार्म खरीदा है।

बिलासपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी के यहां से दोनों के नाम पर खरीदे गए फार्म जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नाम से लिए गए हैं। अजीत जोगी का तो समझ में आता है कि वे मरवाही से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन उनकी पत्नी डॉ। रेणु जोगी ने अब तक न तो कांग्रेस छोड़ी है और न ही कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची में उनका नाम कटने का कोई संकेत है।

अपुष्ट सूत्रों के अनुसार कोटा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की जो सूची आज-कल में जारी होने वाली है, उसमें रेणु जोगी का नाम नहीं है बल्कि उनके बदले किसी शैलेष पांडे का नाम बताया जाता है। इस संबंध में डॉ। रेणु जोगी से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे नाम से फार्म खरीदा गया है, इसकी मुङो कोई जानकारी नहीं है। इस पर न तो मेरी सहमति है, न ही असहमति।

जनता कांग्रेस छत्तीगसढ़ के सूत्रों ने बताया है कि अजीत जोगी मरवाही से और डॉ। रेणु जोगी कोटा विधानसभा क्षेत्र से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं। कांग्रेस यदि उन्हें टिकट नहीं देती है तो संभावना यही है कि उन्हें जोगी कांग्रेस से मैदान में उतार दिया जाए।

रेणु जोगी कोटा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार लगातार कांग्रेस की टिकट पर विजयी होती आई हैं। यह उनका चौथा चुनाव होगा। रेणु जोगी की बातचीत से ऐसा लगता है कि वे कांग्रेस छोड़ना नहीं चाहती हैं।

कांग्रेस के टिकट न देने पर हो सकता है कि वे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से भी चुनाव न लड़ें और राजनीति से ही किनारा कर लें। कांग्रेस त्याग कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पार्टी का गठन करने के मामले में भी रेणु जोगी से कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया था।

वे नए दल के गठन के पक्ष में नहीं थीं। उन्होंने अजीत जोगी से भी यह बात स्पष्ट कह दी थी कि आपने मुझसे पूछकर फैसला नहीं लिया था। रेणु जोगी के मामले में कांग्रेस भी संशय की स्थिति में चल रही है। संभवत: कांग्रेस चाहती है कि रेणु जोगी स्वयं कांग्रेस से अलग हो जाएं।

दो दिनों पूर्व ही नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने संकेत दिया था कि रेणु जोगी की स्थिति खराब है। इसका साफ अर्थ निकलता है कि उन्हें कांग्रेस टिकट नहीं देने जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रेणु जोगी यह तो कहती हैं कि अगली सरकार भाजपा की नहीं बनेगी लेकिन यह स्पष्ट नहीं कहती कि कांग्रेस की सरकार बनेगी।

रेणु जोगी के नाम पर और अजीत जोगी के नाम पर जो नामांकन फार्म खरीदे गए हैं, वे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेता विशंभर गुल्हरे द्वारा खरीदी गए हैं।

एक नामांकन फार्म की कीमत दस हजार रुपए होती है। निर्वाचन अधिकारी ने जोगी का फार्म लेते वक्त जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेता से जोगी का जाति प्रमाण पत्र भी मांगा लेकिन वे नहीं दे पाए।

इसके बाद जोगी के वकील की बहस के बाद जोगी के नाम से फार्म दिया गया। जोगी के वकील ने कहा कि नामांकन जमा करने के साथ जाति प्रमाण पत्र जमा कर दें। तब जाकर मरवाही सीट से अजीत जोगी के नाम पर नामांकन फार्म जारी किया गया।

Web Title: Chhattisgarh elections: Ajit Jogi's new strategy , bought a farm named after Renu Jogi

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